अवैध खनन रोकने को कई बार हुए जल सत्याग्रह
जागरण संवाददाता बांदा भारी-भरकम मशीनों से नदियों का सीना चीरने और जलधारा रोककर पुल
जागरण संवाददाता, बांदा : भारी-भरकम मशीनों से नदियों का सीना चीरने और जलधारा रोककर पुल बनाने के मामले में बुंदेलखंड किसान यूनियन कई बार जल सत्याग्रह कर चुका है। आमरण अनशन भी हुए, लेकिन कुछ दिनों शांति के बाद फिर मशीनें गरजने लगती हैं।
पिछले चार चून को बुंदेलखंड किसान यूनियन ने नरैनी क्षेत्र में हो रहे रातों दिन अवैध खनन के खिलाफ जल सत्याग्रह किया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा की अगुवाई में सैकड़ों महिलाएं व पुरुष तेरा ब खदान में पहुंच गए थे। खनन कार्य बंद करवा कर ठेकेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। यहां बागै नदी के तेरा खदान में लगातार अवैध रूप से भारी भरकम मशीनों के जरिए खनन कार्य किया जा रहा था। खनिज अधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए थे। अतर्रा तहसील क्षेत्र में तेरा-ब, पथरा, महुटा खदान से अवैध खनन जोरों पर होता है। प्रशासन ने अवैध खनन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय आंदोलनकर्ताओं के विरुद्ध वैश्विक महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की थी। अभी भी तहसील क्षेत्र के ग्राम चंदौर,लमेहटा, पौहार में अवैध खनन हो रहा है।