पुलों के पूरा होने का इंतजार ताकि सुगम हो आवागमन
जागरण संवाददाता बांदा आमजन के आवागमन को सुलभ बनाने के लिए जिले में सात पुलों का निर्माण ह
जागरण संवाददाता, बांदा : आमजन के आवागमन को सुलभ बनाने के लिए जिले में सात पुलों का निर्माण हो रहा है। धीमी गति से काम चलने की वजह से जल्दी पूरा होना दूर की कौड़ी लग रहा है। किसी न किसी वजह से काम की प्रगति में रोड़ा दिखाई दे रहा है। हालांकि औगासी पुल को निर्माण शुरू हो गया है। दो पुलों में रेलवे द्वारा खंभे बनाए जाने हैं, जिनकी प्रतिक्षा में आगे का काम कुछ धीमा हो गया है। विभाग का दावा है कि अधिकतर का काम अंतिम दौर तक पहुंच चुका है। भदावल-भैसौंधा मार्ग के बीच केन नदी पर बनने वाले पुल के काम में जमीन का पेच फंसा हैं। ग्रामीणों की जमीन का बैनामा होने का इंतजार है। विभागीय अधिकारी दावा करते हैं कि जल्द समस्या दूर हो जाएगी। कोरोना महामारी के कारण इस दिशा में काम रुक गया था।
आवास विकास कालोनी निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता कुलदीप शुक्ला ने जिले में बनने वाले पुलों की जानकारी मांगी थी। राज्य सेतु निगम लि. द्वारा दिए गए जवाब में बताया गया कि जिले में सात पुलों का निर्माण हो रहा है। कुछ का काम अंतिम पायदान पर है। बनने वालों पुलों में औगासी घाट, मर्का घाट, ओरा-ममसी मार्ग पर बागेन नदी सेतु, नरैनी-कालिजर मार्ग के किमी. 1313/9-1314 नए बाईपास के निर्माण में आने वाले चार लेन रेल उपरिगामी सेतु, बाईपास रिग रोड के किमी-7 में पड़ने वाले केन नदी पर राजघाट हैं।
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पुल : फतेहपुर-बबेरू-अतर्रा-करतल मार्ग पर औगासीघाट
स्वीकृत वर्ष : 13 सितंबर 2011
स्वीकृत राशि : 5097 लाख रुपये
आवंटन जो होना है : 268.26 लाख रुपये
भौतिक स्थिति : 91 फीसद
समस्या : पुनरीक्षण के बाद काम शुरू
तैयार फाउंडेशन : सभी 28
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पुल : बांदा-बबेरू मार्ग पर यमुना नदी पर मर्काघाट
स्वीकृत वर्ष : 13 सितंबर 2011
स्वीकृत राशि : 3894.86 लाख रुपये
आवंटन जो होना है : 3135.16 लाख रुपये
भौतिक स्थिति : 71 फीसद
समस्या : पुनरीक्षण के अभाव में काम बंद
तैयार फाउंडेशन व शेष : 32 पूरे, एक शेष
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पुल : ओरा-ममसी मार्ग पर बागे नदी पर
स्वीकृत वर्ष : 13 मार्च 2016
स्वीकृत राशि : 1449.89 लाख रुपये
आवंटन जो होना है : 76.31 लाख रुपये
भौतिक स्थिति : 74 फीसद
समस्या : पुनरीक्षण के बाद काम शुरू
तैयार फाउंडेशन व शेष : 05 पूरे, तीन शेष
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पुल : झांसी-मानिकपुर रेल सेक्शन पर बांदा-महोबा रोड पर केन नदी पर झांसी-मीरजापुर मार्ग को जोड़ने के लिए
स्वीकृत वर्ष : 29 अगस्त 2016
स्वीकृत राशि : 8286.87 लाख रुपये
आवंटन जो होना है : 874.22 लाख रुपये
भौतिक स्थिति : 64 फीसद
समस्या : रेलवे द्वारा खंभे बनाने हैं।
तैयार फाउंडेशन व शेष : 18 पूरे, तीन शेष (आठ खंभे रेलवे विभाग के)
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पुल : नरैनी से बांदा-महोबा रोड तक केन नदी पर राजघाट में चार लेन सेतु
स्वीकृत वर्ष : 10 नवंबर 2016
स्वीकृत राशि : 3956.46 लाख रुपये
आवंटन जो होना है : 2040.56 लाख रुपये
भौतिक स्थिति : 31 फीसद
समस्या : कुओं की गलाई में अधिक समय लगना
तैयार फाउंडेशन व शेष : नौ पूरे, 11 शेष
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पुल : झांसी-मानिकपुर रेल सेक्शन पर नरैनी-कालिजर पर झांसी-मीरजापुर मार्ग को जोड़ने के लिए
स्वीकृत वर्ष : 25 नवंबर 2016
स्वीकृत राशि : 4844.33 लाख रुपये
आवंटन जो होना है : 817.53लाख रुपये
भौतिक स्थिति : 92 फीसद
तैयार फाउंडेशन व शेष : 26 पूरे, आठ खंभे रेलवे विभाग के शेष
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पुल : भदावल-भैसौंधा मार्ग के बीच केन नदी पर
स्वीकृत वर्ष : 02 मार्च 2019
स्वीकृत राशि : 1664.73 लाख रुपये
आवंटन जो होना है : 87.64 लाख रुपये
भौतिक स्थिति : 48 फीसद
समस्या : जमीन न होने से खंभे का काम बंद
तैयार फाउंडेशन व शेष : आठ पर काम जारी, तीन पूरे व पांच बाकी
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जनपद में निर्माणाधीन सात पुलों के काम की गति बहुत धीमी है। अभी तक इन पुलों पर आवागमन शुरू हो जाना चाहिए था। जनप्रतिनिधियों को मिलकर इस कार्य को शीघ्र ही पूरा कराने के प्रयास करने होंगे। इससे जनपद के साथ प्रदेश के अन्य जिलों का संपर्क बढ़ेगा और विकास को रफ्तार मिलेगी।
कुलदीप शुक्ला, आरटीआइ कार्यकर्ता
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कई पुलों का काम लगभग पूरा हो गया है। रेलवे लाइन के ऊपर आने वाले हिस्से के खंभे का निर्माण रेलवे को कराना है। पत्राचार किया जा चुका है। जैसे ही रेलवे खंभे का निर्माण करा देगी, कनेक्ट कर दिया जाएगा। भदावल-भैसौंधा मार्ग के बीच केन नदी पर बनने वाले पुल को लेकर ग्रामीणों की जमीन का बैनामा जल्द करा लिया जाएगा। रेट फाइनल हो गए हैं। बहुत जल्द आवागमन शुरू हो जाएगा।
संतोष कुमार निरंजन, उप परियोजना प्रबंधक, राज्य सेतु निर्माण निगम