अपनों का होता रहा इंतजार, नहीं हुआ अंतिम संस्कार
संवाद सहयोगी पैलानी टीला ढहने से एक साथ तीन मजदूरों की मौत के मामले में दूसरे दिन भी गां
संवाद सहयोगी पैलानी : टीला ढहने से एक साथ तीन मजदूरों की मौत के मामले में दूसरे दिन भी गांव में मातम का माहौल रहा। स्वजन की सिसकियां गूंजती रहीं। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव गांव पहुचे तो करुण रूदन का शोर तेज हो गए। रिश्तेदार एक दूसरे को ढ़ाढस बंधाते रहे।
थाना क्षेत्र के ग्राम कुकुवाखास गांव में बंटू उर्फ नंदकिशोर ,महेश व चिड़ीबाज उर्फ सुशील की खदान में टीला ढहने से शुक्रवार को मौत हो गई थी। आक्रोशित लोगों ने कई घंटे जाम लगाया था। पोस्टमार्टम के बाद चिड़ी बाज उर्फ सुशील का अंतिम संस्कार पिता गजराज ने मुक्तिधाम बांदा में किया। जबकि बंटू उर्फ नंदकिशोर राजकीय इंटर कॉलेज पैलानी में हाई स्कूल का छात्र था । साथ ही वह मजदूरी कर स्वजन के भरण-पोषण में मदद कर रहा था। बड़े भाई शिवकरण ने बताया कि मेरा भाई गणित विज्ञान अंग्रेजी में दक्षता आगामी बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए मजदूरी के साथ-साथ रात में 6 घंटे पढ़ाई भी करता था। उसकी अचानक इस तरह मौत होने से परिवार को गहरा आघात लगा है। बड़ा भाई राज करन बेंगलुरू में प्राइवेट नौकरी कर रहा है। उसके आने के बाद ही अंतिम संस्कार होगा। इसी तरह मृतक महेश पुत्र रामशरण का अंतिम संस्कार भी रविवार को होगा। उसके भबड़े भाई के आने का स्वजन इंतजार कर रहे हैं।
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कई थानों का तैनात रहा फोर्स, गांव बना छावनी
- एसडीएम राम कुमार, सीओ सत्य प्रकाश शर्मा प्रभारी निरीक्षक पैलानी जितेंद्र कुमार, चौकी इंचार्ज खपटिहा ओम प्रकाश द्विवेदी, प्रभारी निरीक्षक जसपुरा पंकज कुमार सिंह, पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने के साथ गांव में डटे रहे। आसपास के अन्य थानों का फोर्स भी पोस्टमार्टम हाउस से लेकर गांव व अंतिम संस्कार के समय मौजूद रहा है। वही पूर्व जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र सिंह उर्फ पप्पू परिहार प्रभु दयाल निषाद सीताराम वर्मा आदि ने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।