आचार संहिता से मुक्त हुए गांव, रोजगार देने को मनरेगा ने पसारे पांव

जागरण संवाददाता बांदा पंचायत चुनाव पूरे होने के साथ ही गांव आचार संहिता से मुक्त हो गए ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:44 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:44 PM (IST)
आचार संहिता से मुक्त हुए गांव, रोजगार देने को मनरेगा ने पसारे पांव
आचार संहिता से मुक्त हुए गांव, रोजगार देने को मनरेगा ने पसारे पांव

जागरण संवाददाता, बांदा : पंचायत चुनाव पूरे होने के साथ ही गांव आचार संहिता से मुक्त हो गए हैं। अब सरकार की योजनाएं गति पकड़ रही हैं। कोरोना काल में श्रमिकों के सामने रोजगार का संकट खड़ा न हो मनरेगा को एक बार फिर प्रवासियों का सारिथी बनाया गया है। सभी ब्लाकों के कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जो भी प्रवासी श्रमिक आएं यदि उन्हें काम की जरूरत है तो जाब कार्ड बनाकर रोजगार दिया जाए।

मनरेगा भारत सरकार की रोजगार परक महत्वाकांक्षी योजना है। जिले में सलाना श्रम बजट करोड़ों का है। वर्तमान में दो लाख 87 हजार कुल जाब कार्डधारक हैं। कोरोना महामारी के बीच एक बार फिर यह योजना प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराएगी। जिले स्तर पर विभाग ने प्लान तैयार कर लिया है। ब्लाकों के कार्यक्रम अधिकारियों को बिदुवार निर्देश दिए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य प्रारंभ कराकर रोजगार दिलाया जाए। पंचायत चुनाव के आचार संहिता की अवधि समाप्त हो गयी है। अन्य जिलों की तरह बांदा में भी काफी संख्या में प्रवासी श्रमिक आए हैं। लिहाजा इन्हें रोजगार मुहैया कराने के लिए जाब कार्ड जारी कराया जाए। पीएमवाइजी, एमएमवाइजी की दूसरी किस्त के सापेक्ष ईएमआर (ई मस्टर रोल) जारी किए जाने को निर्देशित किया गया है। ताकि किसी भी जरूरतमंद प्रवासी को रोजगार के लिए परेशान न होना पड़े। उनसे गांव में ही काम मुहैया कराया जाए। -मनरेगा योजना से प्रवासियों को गांव में ही रोजगार मिलेगा। ब्लाकों के कार्यक्रम अधिकारियों को सभी ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू कराए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। काम की कमी नहीं होने पाएगी। -राघवेंद्र तिवारी, उपायुक्त मनरेगा

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जल व पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता

बांदा : गर्मी का मौसम चल रहा है। ऐसे में मनरेगा योजना से जल व पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। उपायुक्त मनरेगा ने बताया कि पौधरोपण के लिए गड्ढ़ा खोदाई का काम चल रहा है। जल संरक्षण के लिए तालाबों की खोदाई, मेडबंदी, भूमि समतलीकरण व जल प्रवाह के मार्गों की साफ-सफाई का कार्य कराया जा रहा है।

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