सीओ आवास में चोरी करने वाले दो शातिर दबोचे

अतर्रा में गत तीन माह पहले पुलिस क्षेत्राधिकारी आवास में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से साढ़े चार लाख रुपये के जेवर व 24 हजार रुपये नकद भी बरामद किए हैं। पकड़े गए शातिर अंतरराज्यीय चोर गिरोह के सदस्यों बताए गए हैं। पुलिस ने अदालत में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 10:53 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 06:22 AM (IST)
सीओ आवास में चोरी करने वाले दो शातिर दबोचे
सीओ आवास में चोरी करने वाले दो शातिर दबोचे

जागरण संवाददाता, बांदा : तीन माह पूर्व क्षेत्राधिकारी के आवास पर हुई चेरी के मामले का सोमवार को पुलिस ने राजफाश किया। दो आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके पास से साढ़े चार लाख रुपये के जेवर व 24 हजार रुपये नकद भी बरामद किए हैं। पकड़े गए शातिर अंतरराज्यीय चोर गिरोह के सदस्य बताए गए हैं। आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।

एसपी गणेश साहा ने बताया कि तीन सितंबर को दिनदहाड़े पुलिस क्षेत्राधिकारी अतर्रा राजीव प्रताप सिंह के आवास का ताला तोड़कर नकदी व जेवर सहित पांच लाख का सामान चोरी हुआ था। इसके राजफाश के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था। सर्विलांस के जरिए पुलिस अंतरराज्यीय चोर गिरोह के दो सदस्यों तक गाजियाबाद पहुंच गई। पकड़े गए चोरों में हापुड़ जिले के शिवदयाल का पुरवा निवासी मोहम्मद सदीन और हरदोई जनपद के ककरिहा निवासी अशोक पांडेय हैं। उनके पास से साढ़े चार लाख रुपये के सोने के जेवरात और 24 हजार रुपये मिले हैं। एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपित साबिर, अलीजान, दीपक पांडेय और पकड़े गए ये चोर चार पहिया वाहन पर बैठ कर मकानों की रेकी करते थे। रेकी करने के बाद गिरोह वारदात को अंजाम देता था। साबिर, अलीजान और दीपक को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अशोक पांडेय चोरी के जेवरात बेचकर जेल में बंद अपने तीन साथियों की जमानत आदि की व्यवस्था कराने जा रहा था। तभी पकड़ा गया। अशोक की निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी को भी दबोच लिया।

---------------

डॉक्टरों के आवास को बनाते थे निशाना :

यह अंतरराज्यीय चोर गिरोह ज्यादातर सरकारी व प्राइवेट चिकित्सकों के आवास को निशाना बनाते रहे हैं। चार अगस्त को जिला महिला अस्पताल की एक चिकित्सक के आवास में भी चोरों ने चोरी का प्रयास किया था। सीसीटीवी कैमरे में दीपक पांडेय की करतूत कैद हुई थी। घाटमपुर, हमीरपुर और गाजियाबाद में भी इसी गिरोह ने चिकित्सकों के मकानों में हाथ साफ किया था।

chat bot
आपका साथी