डेंगू से बिगड़ी युवक की हालत, निमोनिया से बच्ची की मौत

जागरण संवाददाता बांदा जिले में डेंगू बुखार से पीड़ित एक और युवक को जिला अस्पताल में भर्ती

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 08:03 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 08:03 PM (IST)
डेंगू से बिगड़ी युवक की हालत, निमोनिया से बच्ची की मौत
डेंगू से बिगड़ी युवक की हालत, निमोनिया से बच्ची की मौत

जागरण संवाददाता, बांदा: जिले में डेंगू बुखार से पीड़ित एक और युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत बिगड़ने पर कानपुर रेफर कर दिया गया। डेंगू मरीजों की संख्या अब 13 पहुंच गई है। वहीं निमोनिया बुखार से पीड़ित नौ माह की बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं जिला अस्पताल में वायरल बुखार व डायरिया के करीब 12 नए मरीज भर्ती हुए।

जिले में उमस भरी गर्मी व बारिश के बीच संक्रामक बीमारियों ने पांव पसार लिए हैं। सर्दी-जुकाम, बुखार और वायरल फीवर से पीड़ित मरीजों की जिला अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में भरमार है। यहां ट्रामा सेंटर में बुखार, डायरिया, डेंगू आदि बीमारियों से हालत बिगड़ने पर रात भर मरीज पहुंच रहे हैं। सुबह अस्पताल खुलते ही मरीजों की भीड़ जमा हो जाती है। वायरल फीवर के बाद निमोनिया भी मासूम बच्चों को अपना निवाला बना रहा है। एक दर्जन बच्चों को प्रतिदिन भाप दिलाई जाती है। चित्रकूट निवासी क्रांति (9 माह) पुत्री शिवकुमार निमोनिया से पीड़ित थी। घरवालों ने पहले उसका प्राइवेट अस्पताल में उपचार कराया। हालत में सुधार न होने पर उसे जिला अस्पताल लाए। उपचार के दौरान उसने यहां दम तोड़ दिया। उधर, बिसंडा थाना क्षेत्र के बिलगांव निवासी आदर्श शुक्ला (23) पुत्र बालकृष्ण शुक्ला प्रयागराज में रहकर पढ़ाई करता है। वह कई दिनों से बुखार से पीड़ित है। घरवालों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उसका प्राइवेट पैथालाजी में डेंगू टेस्ट कराया। वहां शनिवार को उसकी रिपोर्ट पाजिटिव आई। प्लेटलेट्स भी कम थी। चिकित्सकों ने हालत बिगड़ने पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे कानपुर रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. एके राजपूत ने बताया कि मौसमी परिवर्तन से बीमारियां बढ़ रही हैं। यह मौसम मासूम बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। बच्चे निमोनिया और खांसी से पीड़ित होकर आ रहे हैं। उन्होंने आगाह किया है कि बच्चों को कूलर और एसी की हवा से दूर रखें। कूलर और गमले में पानी इकट्ठा न होने दें। मच्छरदानी का प्रयोग करें। बुखार, सर्दी-खांसी होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।

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सीएमएस खुद कर रहे वार्डों की निगरानी

बांदा : जिला अस्पताल में संक्रामक बीमारियों के बढ़ते मरीजों को देखते हुए मुख्य चिकित्साधीक्षक डा.यूबी सिंह खुद निगरानी कर रहे हैं। वह वार्डों में भर्ती मरीजों का नियमित हालचाल ले रहे हैं। साथ ही आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

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सीएमओ ने बताए बीमारियों से बचने के उपाय

बांदा : मुख्य चिकित्साधिकारी डा.वीके तिवारी ने लोगों को बुखार व अन्य बीमारियों से बचने के लिए उपाय बताए हैं। उन्होंने कहा कि जिले भर में 424 टीमें घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने घरों व आसपास की सफाई रखने तथा सप्ताह भर के अंदर में जमा पानी हटाने की बात कही। कहा कि बुखार से प्रभावित लोग बिना खून जांच के दवा न खाएं। खाली पेट दवा खाने से बचें।

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