शिक्षकों ने मांगी 27 माह की काटी गई राशि

जागरण संवाददाता बांदा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने जिला विद्याल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:22 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:27 PM (IST)
शिक्षकों ने मांगी 27 माह की काटी गई राशि
शिक्षकों ने मांगी 27 माह की काटी गई राशि

जागरण संवाददाता, बांदा : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में सत्याग्रह शुरू किया। शिक्षकों ने एनपीएस से 27 माह की कटौती की राशि प्रान खातों में जमा कराने सहित अपनी मांगे डीआइओएस के समक्ष रखीं। कहा कि लंबित समस्याओं का जल्द निस्तारण किया जाए।

शिक्षक संघ (ठकुराई गुट) जिला अध्यक्ष डा. गणेश सिंह पटेल ने कहा कि 13 फरवरी 2019 के शासनादेश के अनुरूप शिक्षकों के एनपीएस अवशेष नियोक्ता अंशदान व उस पर ब्याज तथा 27 माह के बकाया मासिक कटौती की धनराशि को अविलंब शिक्षकों के खातों में भेजा जाए। कार्यालय स्तर पर वर्षों से लंबित समस्याओं का निराकरण न किए जाने से शिक्षकों में आक्रोश है। डीआइओएस कार्यालय से घोर लापरवाही एवं उदासीनता की जा रही है। शिक्षकों का भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। उपाध्यक्ष जानकी शरण शुक्ला ने कहा कि महोबा, चित्रकूट, प्रयागराज, बनारस, गोरखपुर, कौशांबी, बुलंदशहर जनपदों में एक वर्ष पूर्व ही शिक्षकों के खातों में धनराशि जमा करा दी गई है। लेकिन यहां जिला विद्यालय निरीक्षक शिक्षकों काफी अनुनय विनय के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। कहा कि गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पनगरा के 5 शिक्षकों के चयन वेतनमान की पत्रावली पिछले तीन वर्षों से लंबित है। जबकि इस संबंध में उच्च अधिकारियों के स्पष्ट आदेश है। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य, शिक्षकों तथा शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के अवशेष वेतन भी बकाया हैं। जिला मंत्री मोहम्मद बाकर ने कहा कि एनपीएस की सभी धनराशि जब तक जमा नहीं हो जाती है यह क्रमिक सत्याग्रह जारी रहेगा। इस मौके पर मुकेश तेजानी, शहाना खान ,अरुण कुमार सिंह, राजेंद्र पटेल, शांति भूषण यादव ,गिरिजेश मिश्रा, सुरेंद्र शर्मा, दादूराम वर्मा, मुकेश चंद्र, राम रोशन दिनकर, बालाराम, प्रणय कुमार अग्रहरि, संतोष कुमार, धर्मवीर भास्कर, सुरेश कुमार, शिव सेवक पटेल, मनोज कुमार, दिनेश सिंह, रामस्वरूप, राजेश कुमार, जानकी शरण शुक्ला,अजय गुप्ता, सुखदेव प्रसाद, राजेश त्रिवेदी आदि शिक्षक मौजूद रहे।

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