सिद्धार्थ शंकर बने प्रयागराज रेल एसपी, अभिनंदन संभालेंगे जिले की कमान
जागरण संवाददाता बांदा शासन ने एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना का स्थानांतरण कर दिया है। उनकी ज
जागरण संवाददाता, बांदा : शासन ने एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना का स्थानांतरण कर दिया है। उनकी जगह कौशांबी से आइपीएस अभिनंदन को जिले की कमान सौंपी गई है। कोरोना की दो लहर व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सकुशल निपटाने के बाद वह स्थानांतरित हुए हैं। उनका जिले में कुल 17 माह तीन दिन का कार्यकाल रहा। अब यहां नए एसपी अभिनंदन मोर्चा संभालेंगे।
एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना 11 जनवरी 2020 में बांदा जिले में तैनात हुए थे। उनके यहां आते ही मार्च 2020 से कोरोना की पहली लहर शुरू हो गई थी। उनके कार्यकाल में कोरोना की दो लहरें गुजर गईं। लाकडाउन व कर्फ्यू में ला एंड आर्डर बेहतर बना रहा। एसपी अन्य अधिकारियों के साथ खुद सड़कों में उतरे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी कानून व्यवस्था दुरुस्त रही। हालांकि कुछ बड़ी घटनाएं घटित हुईं, जिनमें रोक नहीं लग सकी। करीब डेढ़ साल का कार्यकाल पूरा होने के पहले ही उनका स्थानांतरण प्रयागराज जीआरपी में कर दिया गया। शासन द्वारा आइपीएस अधिकारियों के फेरबदल में बांदा का नया एसपी अभिनंदन को बनाया है, वह अभी तक कौशांबी जनपद की कमान संभाल रहे थे।
खाता संचालन न कराने वाले सचिव व एडीओ पर होगी कार्रवाई: जिन ग्राम पंचायतों में अभी तक खाते का संचालन नहीं हो पाया वहां शीघ्र डीएससी रजिस्टर्ड कराने का निर्देश उपनिदेशक पंचायत ने दिए हैं। कहा कि शीघ्र खाता संचालन न कराने वाले सचिव व एडीओ पंचायत को कारण बताओ नोटिस जारी की जाए। इसके बाद भी लापरवाही पायी गई तो निलंबन की कार्रवाई किए जाने के निर्देश डीपीआरओ को दिए हैं।
चित्रकूटधाम मंडल के उपनिदेशक पंचायत ने ग्राम पंचायत तुर्रा के पंचायत भवन में बैठक के दौरान विभागीय कार्यों की समीक्षा की। कहा कि प्रधानों का शपथ ग्रहण हुए एक पखवारा से ज्यादा का समय हो चुका है। लेकिन अभी भी कई ग्राम पंचायतों में डीएससी (डोंगल से खाता संचालन) रजिस्टर्ड नहीं हुई वहां के सचिव शीघ्र इस कार्य को पूरा करा लें। अन्यथा कारण बताओ नोटिस जारी कर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। जिला पंचायतराज अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्य में लापरवाही करने वाले सचिव व एडीओ पंचायत को नोटिस जारी कर जवाब मांगे। आखिर अभी तक खाता का संचालन क्यों शुरू नहीं हुआ। इसके बाद भी लापरवाही हो तो निलंबन की कार्यवाही की जाए। ग्राम पंचायत तुर्रा के पंचायत भवन का निरीक्षण किया तो शौचालय बना नहीं पाया गया। इस पर नाराजगी जताई। एक सप्ताह के अंदर शौचालय बनाकर क्रियाशील करने के निर्देश दिए। कहा कि सभी पंचायत भवन में अनिवार्य रूप से सचिवालय बनाकर क्रियाशील कराया जाए। बैठक में एडीपीआरओ रमेशचंद्र गुप्ता, जिला सलाहकार मनोज द्विवेदी, सचिव विनय, प्रधान प्रतिनिधि मौजूद रहे।