खाते से आनलाइन पार हुए 10 लाख पर वापस कराए सात
जागरण संवाददाता बांदा जिले में तैनात संयुक्त निदेशक अभियोजन के पद पर अब्दुल हकीम अंसारी तै
जागरण संवाददाता, बांदा : जिले में तैनात संयुक्त निदेशक अभियोजन के पद पर अब्दुल हकीम अंसारी तैनात हैं। उनसे भारतीय स्टेट बैंक का अधिकारी बनकर शातिर ने ओटीपी पूछकर खाते से दस लाख रुपये निकाल लिए। शिकायत पर साइबर टीम ने सात लाख से अधिक रकम वापस कराई।
जौनपुर जिले के जाफराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम ताड़तला नैपुरा निवासी अब्दुल हकीम अंसारी संयुक्त निदेशक अभियोजन के पद पर तैनात हैं। उन्होंने तहरीर देकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि 17 जुलाई को मोबाइल पर फोन कर खुद को एसबीआइ का अधिकारी बताकर शातिर ने झांसे में ले लिया। खाता अपडेट की बात कहकर ओटीपी नंबर पूछ लिया। बाद में उनके खाते से दस बार में दस लाख 27 हजार से ज्यादा रकम पार कर दी गई। क्षेत्रीय साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद आइजी के. सत्यनारायण ने प्रभारी निरीक्षक फहीम अख्तर को तेजी से जांच के निर्देश दिए। जिसके बाद साइबर टीम ने तकनीकी संसाधन के जरिए उनके खाते में विभिन्न कंपनियों से सात लाख 39 हजार की रकम वापस कराई। फहीम अख्तर ने बताया कि शेष धनराशि वापसी की प्रक्रिया चल रही है। मंगलवार को अब्दुल हकीम ने आइजी के. सत्यनारायण का आभार जताया। प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद फहीम अख्तर ने बताया कि अपराधी सिम बंद कर देते हैं। इससे समस्या बढ़ जाती है। उन्होंने किसी प्रकार की जानकारी साझा ने करने की बात लोगों से कही है।
-----------------------
पहले भी आनलाइन ठगी करने वालों पर कसा जा चुका है शिकंजा
बांदा में आनलाइन ठगी को कारोबार को नया नहीं। इससे पहले भी कई लोग इसका शिकार हो चुके हैं। लेकिन आइजी ने निर्देश व साइबर टीम की सक्रियता से कई लोगों का पैसा वापस दिलाया गया है।