़बांदा में पिता-पुत्री समेत सात लोगों के शव देख जार-जार रोए दिल

जागरण संवाददाता बांदा पपरेंदा गांव का कोना-कोना गम में डूबा था और हर दिल जार-जार रो रहा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 11:46 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 11:46 PM (IST)
़बांदा में पिता-पुत्री समेत सात लोगों के  शव देख जार-जार रोए दिल
़बांदा में पिता-पुत्री समेत सात लोगों के शव देख जार-जार रोए दिल

जागरण संवाददाता, बांदा : पपरेंदा गांव का कोना-कोना गम में डूबा था और हर दिल जार-जार रो रहा था। पिता-पुत्री और चचेरे भाइयों समेत सात लोगों के शव गांव पहुंचे तो आंसुओं का सैलाब आ गया। लोग नियति को कोस रहे थे। गुरुवार देर शाम रोडवेज बस-ऑटो की सीधी भिड़ंत में इस गांव के छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि तीन साल की बच्ची ने इलाज के लिए कानपुर ले जाते वक्त दम तोड़ दिया था। छठवें मृतक की शिनाख्त शुक्रवार सुबह हुई। पांच लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि पिता-पुत्री का अंतिम संस्कार शनिवार को होगा।

देहात कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर पेट्रोलपंप के पास हुई घटना में ऑटो इस कदर क्षतिग्रस्त हुआ था कि फंसे लोगों को निकालने के लिए ऑटो की बॉडी कटर से काटनी पड़ी थी। सभी को लोडर व एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों ने पपरेंदा गांव निवासी लालबहादुर, ऑटो चालक अनिल उर्फ महंगाराम, दो चचेरे भाई रामदीन व रामगोपाल, लूसन प्रसाद समेत छह को मृत घोषित कर दिया था। पूर्व विधायक पपरेंदा निवासी विशंभर सिंह ने शिनाख्त की थी। सभी मजदूर व काम करने वाले थे, जो शाम को घर लौट रहे थे। घटना में गंभीर रूप से घायल आशाबहू सुमित्रा व दिवंगत लालबहादुर की बेटी तीन साल की सानवी को भी कानपुर रेफर किया गया था। बच्ची ने चौडगरा के पास दम तोड़ दिया था। लालबहादुर के भतीजे प्रदीप ने बताया कि उसके पिता रामबहादुर डिफेंस सर्विस कोर पुणे में तैनात हैं, वह शुक्रवार रात आएंगे। शनिवार को चाचा और बहन का अंतिम संस्कार होगा।

----------------

एक की शिनाख्त को रात भर भटकी पुलिस

छठे मृतक की शिनाख्त शुक्रवार सुबह हुई। पपरेंदा चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह व चिल्ला थानेदार वीरप्रताप सिंह पपरेंदा व आसपास के गांवों में बिदू नाम के व्यक्ति को तलाशते रहे। दरअसल, हादसे के एक मृतक का नाम बिदू बताया गया था। गांव में दो बिदू मिले, जिनसे पुलिस ने बातचीत की। सुबह मोबाइल पर दिवंगत की फोटो दिखाने पर लोगों ने उसे हमीरपुर जिले के कुरारा थानाक्षेत्र के पतारा गांव निवासी मजदूर मानसिंह के रूप में पहचाना। वह पांच साल से पपरेंदा निवासी ससुर रामबहादुर के घर रहता था। मजदूरी कर लौटते वक्त हादसे का शिकार हो गया था।

------------------------

रात में पांच के पोस्टमार्टम

जिला प्रशासन ने पांच लोगों का पोस्टमार्टम रात में ही कराया। डीएम आनंद सिंह के आदेश पर डॉ. विष्णुकांत गुप्ता व डॉ. अश्विनी सिंह की टीम ने सुबह पांच बजे तक पोस्टमार्टम किया जबकि छठवें मृतक की शिनाख्त होने पर तथा बच्ची का पोस्टमार्टम शुक्रवार को हुआ।

chat bot
आपका साथी