भिडी रानी इतराई, सब्जी के राजा आलू के भी भाव चढ़े

जागरण संवाददाता बांदा रोज कमाओ-रोज खाओ के सिद्धांत पर काम करने वाले लोगों की मुश्किलें

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 04:42 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 04:42 PM (IST)
भिडी रानी इतराई, सब्जी के राजा आलू के भी भाव चढ़े
भिडी रानी इतराई, सब्जी के राजा आलू के भी भाव चढ़े

जागरण संवाददाता, बांदा : रोज कमाओ-रोज खाओ के सिद्धांत पर काम करने वाले लोगों की मुश्किलें लॉक डाउन में बढ़ गई हैं। काम धंधा ठप है। ऐसे में आर्थिक तंगी का असर साफ दिखने लगा है। गर्मी के मौसम में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। भिडी रानी का भाव 25 से 30 रुपये किलो की जगह बढ़कर 60 रुपये पहुंच गए हैं। इसी तरह आलू राजा भी 50 से 60 रुपये पसेरी की जगह इस समय 100 रुपये पसेरी बिक रहा है।

जिले में लॉकडाउन बढ़ने के साथ गर्मी भी जोरदार पड़ रही है। ऐसे में सब्जियों के दाम भी उछाल पर हैं। दिहाड़ी मजदूर सहित संविदा, पारिश्रमिक, ठेके पर कार्यरत लोग मंहगाई की मार से परेशान हो रहे हैं । सब्जी की थाली का इंतजाम लगभग सौ रुपये के आसपास आता है। ऐसे में मजदूरों से भी बदतर हालत में परिवार का वह मुखिया है जो किसी कार्यालय में पांच से नौ हजार रुपये मासिक पर कार्य कर रहा है। मसलन रोज कमाने व खाने वालों के हाल ही बेहाल हैं। किसी भी सब्जी की कीमत 30 रुपये से कम नहीं है। ऐसे में कामगारों के लाले पड़े हैं।

सब्जी विक्रेता भी हैं परेशान, माल बचाकर ले जाते घर

सब्जी विक्रेता भी ग्राहक सही से न मिलने से परेशान हो रहे हैं। लॉक डाउन में ग्राहक पहले की तरह मिल नहीं रहे हैं। ऊपर से महंगाई भी है। ऐसे में बिक्री कमजोर हो गई है। आलम यह है कि रोजाना विक्रेता अपना बचा माल वापस लेकर जाते हैं। सब्जी खराब होने पर उन्हें घाटा लग रहा है। खेत से सब्जी तोड़कर लाने वाली सुखरानी, दिन्ना, कमलेश्वरी आदि ने बताया कि धूप में मेहनत करके दूर से चार पैसे कमाने की उम्मीद से आती हैं। लेकिन चंद बिक्री के बाद ही वापस लौटना पड़ता है। इतने में घर का खर्च भी ठीक से नहीं चलता है। दाम पर एक नजर

सब्जी कीमत (रुपये प्रति किग्रा)

भिडी 60

मिर्च 60

आलू 20

प्याज 25

कद्दू 20-25

लौकी 20-25

करेला 40-50

ककड़ी 45 से 50

खीरा 40-50

परवल 60

कच्चा आम 50

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