बारिश ने दिया धोखा, सूख रही नर्सरी

पड़ रही है। धान की नर्सरी व खेतों में लगी बेड़ झुलस रही हैं। किसान दोहरी मार से जूझ रहा है। धान की नर्सरी को झींगुर आदि कीड़ों ने आधे से ज्यादा नष्ट कर दिया है। अब पानी के अभाव में धान की रोपाई पूर्णतया ठप है। जिन किसानों ने अपने निजी नलकूप से धान की रोपाई की है वह भी तेज गर्मी के कारण झुलस रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Jul 2020 10:20 PM (IST) Updated:Sun, 19 Jul 2020 10:20 PM (IST)
बारिश ने दिया धोखा, सूख रही नर्सरी
बारिश ने दिया धोखा, सूख रही नर्सरी

संवाद सूत्र, कमासिन : शुरुआती दौर में हुई झमाझम बारिश ने अन्नदाताओं में खासी उम्मीदें बंधा दी थी, लेकिन आधा सावन बीतने के बाद भी बारिश न होने से किसान बेचैन है। रोपाई के लिए तैयार खेत खराब हो रहे हैं, वहीं धान की नर्सरी भी सूखने की कगार पर है। सूखे की आशंका से किसान सहमा हुआ है।

जनपद में इस वर्ष मानसून निर्धारित समय से सप्ताह भर पहले आ गया था। जून के अंतिम सप्ताह में अच्छी बारिश हुई। लेकिन जुलाई में मेघ रूठे हुए हैं। करीब 15 दिन से एकाध दिन छोड़कर बारिश में लगभग ब्रेक लगा है। उमस भरी गर्मी चरम पर है। बारिश न होने से धान की खेती करने वाले किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है। खेती की ²ष्टि से आषाढ़-सावन माह वर्षा वाले माने जाते हैं। लेकिन पर्याप्त व समय से बारिश न होने से धान की रोपाई बाधित है। क्षेत्रीय किसान वंशगोपाल यादव, रामानुज भौंरहा, अरविद सिंह आदि ने 30 से 40 बीघे में धान की खेती करने की तैयारी की थी। उन्हें उम्मीद थी कि इस वर्ष मेघ साथ देंगे और वह धान की बेहतर उपज कर मालामाल हो जाएंगे। लेकिन जिस तरह उमस भरा मौसम चल रहा है, उससे किसान अब मायूस हो रहे हैं। किसान बताते हैं कि मानसून एकदम नदारद है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में मामूली बारिश हुई थी। इसके बाद 15 दिन बीत गए, लेकिन आसमान से एक बूंद पानी नहीं टपका है। पानी के अभाव में किसानी का कार्य बंद है। तेज उमस भरी गर्मी पड़ रही है। धान की नर्सरी सूख रही है। किसान दोहरी मार से जूझ रहा है। धान की नर्सरी को झींगुर आदि कीड़ों ने आधे से ज्यादा नष्ट कर दिया है। अब पानी के अभाव में धान की रोपाई पूर्णतया ठप है। जिन किसानों ने अपने निजी नलकूप से धान की रोपाई की है वह भी तेज गर्मी के कारण खराब हो रही है। यदि जल्द बारिश नहीं होती तो किसानों की नर्सरी बेकार हो जाएगी और वह धान की फसल से वंचित हो जाएंगे।

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क्या कहते हैं कि अधिकारी :

जिला कृषि अधिकारी डॉ.प्रमोद कुमार कहते हैं कि इस समय तापमान करीब 39 डिग्री के आसपास चल रहा है और तेज धूप निकल रही है। यह नर्सरी के हिसाब से ठीक नहीं है। बारिश न होने से धान की रोपाई का कार्य पिछड़ रहा है। उम्मीद है कि एक-दो में अच्छी बारिश हो जाएगी।

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