मनरेगा से होगी जिले में रोपित पौधों की सुरक्षा

जनपद में 36 लाख पौधों को अन्ना मवेशियों से बचाने के लिए मनरेगा विभाग कवच बनेगा। सामुदायिक स्थलों पर रोपित पौधों की देखरेख के लिए श्रमिक लगाए जाएंगे। साथ सामग्री अंश से पेड़ों की सुरक्षा के लिए तार-बाड़ लगाए जाएं। मनरेगा से मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। इस पहल से रोपित पौधों को जीवन मिलेगा और धरती की हरियाली भी बढ़ेगी।्

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 06:44 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:44 PM (IST)
मनरेगा से होगी जिले में रोपित पौधों की सुरक्षा
मनरेगा से होगी जिले में रोपित पौधों की सुरक्षा

जागरण संवाददाता, बांदा : जनपद में 36 लाख पौधों को अन्ना मवेशियों से बचाने के लिए मनरेगा विभाग कवच बनेगा। सामुदायिक स्थलों पर रोपित पौधों की देखरेख के लिए श्रमिक लगाए जाएंगे। साथ सामग्री अंश से पेड़ों की सुरक्षा के लिए तार-बाड़ लगाए जाएं। मनरेगा से मजदूरी का भुगतान किया जाएगा।

जनपद में लाखों की संख्या में हर वर्ष पौधा का रोपण किया जाता है, लेकिन इनकी सुरक्षा न होने से पौधे अन्ना पशुओं का निवाला बन जाते हैं। गर्मी के दिनों में बिना पानी सूख जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इस वर्ष जनपद में 36,71,960 पौधे लगाए जाने का शासन से लक्ष्य मिला है। रविवार को वन व अन्य विभागों के माध्यम से 3681325 पौधे लगाए गए। वन विभाग ने 9.88 लाख, ग्राम्य व राजस्व विभाग ने 19.27 लाख, आवास विकास परिषद ने 11800, नगर निकाय ने 31700, पीडब्ल्यूडी व सिचाई विभाग ने 21-21 हजार, कृषि विभाग ने 2.99 लाख, रेशम विभाग ने 27600, पशुपालन ने 13100, सहकारिता विभाग ने 6900, उद्योग विभाग ने 21900, बिजली विभाग ने 9900 और शिक्षा विभाग ने 54 हजार को मिलाकर कुल 22 विभागों ने पौधे रोपित कराए हैं। वन विभाग इन सभी पौधों को सुरक्षित रखने के लिए कवायद में जुट गया है। वहीं ग्राम पंचायतों में रोपे गए पौधों की सुरक्षा के कवच का काम मनरेगा से होगा। एक हजार से अधिक पौधे रोपे गए हैं, वहां पर मनरेगा में सामग्री अंश से तारबाड़ लगेगी। दो श्रमिकों को रखवाली में लगाया जाएगा। इनका बाकायदा मस्टर रोल भरा जाएगा। 201 रुपये मजदूरी का भुगतान सीधे खाते में किया जाएगा। विद्यालयों की स्थिति खराब

वन महोत्सव के तहत विद्यालयों में 54 हजार पौधे लगाए गए हैं। ग्रामीण इलाकों में संचालित इन विद्यालयों में अधिकांश में चहारदीवारी नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग के पास इन पौधों को सुरक्षित रखने की कोई योजना नहीं बनी है न ही कोई कवायद हो रही है।

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पौधारोपण स्थलों की सूची तैयार की जा रही है। जहां एक हजार से ज्यादा पौधे रोपित हैं, वहां उनके सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। इनकी लगातार मॉनीटरिग भी होगी, ताकि पौधे एक भी खराब न हो सकें।

-वेद प्रकाश मौर्या, उपायुक्त मनरेगा पौधों की सुरक्षा को लेकर इस बार विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी विभागाध्यक्षों के दायित्व सौंपे जाएंगे। जल्द ही डीएम की बैठक में मनरेगा से पौधों की सुरक्षा के संबंध में कार्ययोजना तैयार होगी।

-संजय अग्रवाल, प्रभागीय वनाधिकारी, बांदा

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