धान के कटोरे में पहली बार लहलहाएगा पीआर व शुआट्स
बिहारी दीक्षित अतर्रा धान के कटोरे में किसानों को अबकी बार दो नई प्रजातियां मिलेंगी। इन
बिहारी दीक्षित, अतर्रा
धान के कटोरे में किसानों को अबकी बार दो नई प्रजातियां मिलेंगी। इन दोनो प्रजातियों को स्थानीय कृषि फार्म में प्रवर्धित किया गया है। इनमें पीआर-121 मोटे व शुआट्स-1 महीन चावल वाले धान हैं। बीज भंडारों में इसकी उपलब्धता करा दी गई है। उत्पादन में भी इन दोनो प्रजातियों को बेहतर बताया जा रहा है।
खरीफ में करीब सवा लाख हेक्टेअर रकबा विभिन्न फसलों से आच्छादित होता है जिसमें करीब आधा क्षेत्रफल धान उत्पादन का शामिल है। जून से शुरू होने वाले खरीफ की तैयारियां धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हैं। किसान जहां गर्मी की जोताई में लगे हैं वहीं कृषि विभाग द्वारा बीज आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की तैयारी की जा रही है। अतर्रा के राजकीय कृषि प्रक्षेत्र में धान की दो नई प्रजाति तैयार की गई है। इनमें पीआर 121 व शुआट्स शामिल है। इन दोनो प्रजातियों में कुछ भिन्नताएं हैं लेकिन पंत-24 की तरह उत्पादन व स्वाद में लाजवाब बतायी जा रही हैं। पीआर-121 में मोटा व शुआट्स में महीन (पतला) चावल तैयार होगा जो खाने में स्वादिष्ट व सुगंधित बताया गया है। इन दोनो नई प्रजातियों को लेकर कृषि विभाग के अधिकारी भी उत्साहित हैं। 130 से 135 दिन में पककर तैयार होने वाले यह दोनो धान से उत्पादन भी अच्छा रहेगा। इसके अलावा पंत-24 भी राजकीय बीज भंडारों में किसानों को मिलेगा।
-राजकीय कृषि फार्म अतर्रा में पीआर-121, शुआट्स-1 धान की नई प्रजाति का बीज प्रवर्धित किया गया है। निश्चित ही इस क्षेत्र के लिए यह दोनो प्रजातियां उत्पादन व स्वाद में बेहतर रहेंगी। -डॉ.प्रमोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी इनसेट
अबकी बार मिलेगा पूसा बासमती-1509
अतर्रा : जिले में बहुत से किसान बासमती धान का उत्पादन करते हैं। जिला कृषि अधिकारी का कहना है कि अबकी बार किसानों की मांग पर पूसा बासमती-1509 मंगाया गया है। इससे पहले पूसा बासमती-1121 आता रहा है। प्रतिक्रिया-
-बीते दो सालों से बासमती धान की खेती कर रहे हैं। इससे बाजार में अच्छा दाम मिल जाता है। इस वर्ष सरकारी क्रय केंद्र से अच्छी किस्म का बासमती बीज खरीदकर धान तैयार करेंगे। निश्चित ही बीज अच्छा होगा तो पैदावार भी अच्छी रहेगी। वहीं नए प्रजाति के बीज का भी प्रयोग किया जाएगा। -श्रीकांत मिश्रा, सहेवा
- सरकार ने इस बार फिर बीज भंडार में बासमती व धान की अन्य प्रजाति का बीज उपलब्ध कराया है। लेकिन सरकार को चाहिए कि बासमती की पैदावार के बाद इसकी बिक्री क्रय केंद्रों में करने की व्यवस्था हो जाए तो किसानों को अच्छा मूल्य मिलेगा। कृषि विभाग जो नई प्रजातियां सुझाएगा उनकी रोपाई भी करेंगे। -रामनरेश, अतर्रा ग्रामीण