अब एडीएम करेंगे गेहूं खरीद परिवहन में हुए लाखों के घोटाले की जांच

जागरण संवाददाता बांदा बांदा और चित्रकूट जनपद में गेहूं खरीद में करीब 50 लाख रुपये के पि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 04:36 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 04:36 PM (IST)
अब एडीएम करेंगे गेहूं खरीद परिवहन में हुए लाखों के घोटाले की जांच
अब एडीएम करेंगे गेहूं खरीद परिवहन में हुए लाखों के घोटाले की जांच

जागरण संवाददाता, बांदा : बांदा और चित्रकूट जनपद में गेहूं खरीद में करीब 50 लाख रुपये के परिवहन घोटाले की जांच अब जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम करेगी। आरएम के अनुरोध पर मंडलायुक्त ने जांच अधिकारी बदले हैं। जांच अधिकारी एडीएम ने पीसीएफ प्रबंधक से परिवहन से संबंधित निविदा प्रपत्र व ढुलाई में लगाए गए ट्रकों से संबंधित जरूरी अभिलेख तलब किए हैं।

चित्रकूटधाम मंडल में सरकारी गेहूं खरीद अप्रैल में शुरू हुई थी। अंतिम जून तक करीब एक लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। खरीद में गेहूं परिवहन में जमकर घपलेबाजी सामने आई है। पीसीएफ क्षेत्रीय प्रबंधक ने कोरोना काल में उपायुक्त व उप निबंधक दीपक सिंह तथा सहायक निबंधक वीरेंद्र बाबू को बिना संज्ञान में लिए गेहूं ढुलान का कार्यादेश कर दिया। मानक न पूरे होने पर जिस फर्म की निविदा निरस्त कर दी, उसी को गेहूं ढुलाई का जिम्मा सौंप दिया। जबकि निविदा कमेटी में उप निबंधक सहकारिता अध्यक्ष व सहायक निबंधक सहकारिता सदस्य हैं। बिना टेंडर हुई गेहूं की ढुलाई में अब ठेकेदार अखिल भुवन फर्म का 50 लाख से ज्यादा भुगतान करने का प्रयास किया जा रहा है। उप निबंधक सहकारिता दीपक सिंह ने इस फर्जी भुगतान को लेकर हाथ खड़े कर दिए। उनकी शिकायत पर भुगतान में पेंच फंस गया और घोटाले की परत खुलकर सामने आ गई। उन्होंने मामले की शिकायत मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह सहित शासन में की। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन व डीएम और मुख्य कोषाधिकारी से मामले की जांच कर 15 दिन में आख्या मांगी। आरएम ने अपर आयुक्त के रहते निष्पक्ष जांच पर संदेह जताते हुए मंडलायुक्त से दूसरे अधिकारी से जांच कराने का अनुरोध किया। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त को हटाकर टीम में अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह को नामित कर दिया है। एडीएम ने पीसीएफ क्षेत्रीय प्रबंधक को नोटिस देकर गेहूं परिवहन से संबंधित जरूरी अभिलेख तलब किए हैं। उधर, घोटाले में खुद को फंसता देख आरएम पुष्पेंद्र कुशवाहा अभिलेखों को आनन-फानन इधर-उधर करने व दुरुस्त कराने में जुटे हुए हैं। बता दें कि इसी मामले में पिछले माह चित्रकूट के आर को निलंबित किया जा चुका है।

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परिवहन से संबंधित मांगे ये जरूरी अभिलेख

-वर्ष 2021-22 की गेहूं क्रय नीति की प्रति।

-गेहूं ढुलान की निविदा के लिए अखबारों में प्रकाशित विज्ञप्ति, निविदा शर्तें, आमंत्रित निविदा की टेक्निकल तथा फाइनेंसियल बिड खोले जाने की तिथियां, टेक्निकल तथा फाइनेंसियल बिड में फर्मों द्वारा प्रस्तुत प्रपत्रों की प्रतियां, ईएमडी तथा सिक्योरिटी का विवरण कार्यादेश का विवरण।

-निविदा समिति के गठन से संबंधित आदेश की प्रति।

-कराई गई निविदा से संबंधित पत्रावली मूल रूप से।

-सफल निविदादाता द्वारा केंद्रवार लगाई गई गाड़ियों की सूची नंबर, रजिस्ट्रेशन तथा वाहन स्वामी के नाम सहित।

-निविदा स्वीकृति के लिए सक्षम अधिकारी कौन है, क्या सक्षम अधिकारी की स्वीकृति ली गई है।

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-मंडलायुक्त के निर्देश पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में दोबारा समिति गठित की गई है। अपर जिलाधिकारी ने आरएम से जांच के लिए अभिलेख मांगे हैं। जल्द जांच पूरी होगी और घोटाले का पर्दाफाश होगा।

-दीपक सिंह, उपायुक्त व उप निबंधक, सहकारिता, चित्रकूटधाम मंडल

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