मुकीम की मां बोली-बाहर मुठभेड़ के डर से नहीं कराई थी जमानत

जागरण संवाददाता चित्रकूट गैंगवार व मुठभेड़ में ढेर हुए मुकीम काला मेराज अली व अंशु द

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:59 PM (IST)
मुकीम की मां बोली-बाहर मुठभेड़  के डर से नहीं कराई थी जमानत
मुकीम की मां बोली-बाहर मुठभेड़ के डर से नहीं कराई थी जमानत

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : गैंगवार व मुठभेड़ में ढेर हुए मुकीम काला, मेराज अली व अंशु दीक्षित के शव लेने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे स्वजन ने कुख्यातों की हत्या कराने का आरोप शासन व प्रशासन लगाया है। मुकीम की मां ने कहा कि बाहर मुठभेड़ में बेटे के मारे जाने के डर से उसकी जमानत नहीं कराई थी।

मेराज अली का शव लेकर स्वजन शुक्रवार की रात में ही जौनपुर चले गए। मुकीम काला का शव लेने शनिवार सुबह उसकी मां मीना और मामा सुक्खा अन्य के साथ पहुंचे। मां ने कहा कि बेटा मुकीम का शव शामली कैराना ले जाएंगे। उसके लिए 28 हजार रुपये में एंबुलेंस किराये पर की है। कहा कि जान का खतरा होने के कारण ही सात मई को उसे सहारनपुर जेल से चित्रकूट शिफ्ट किया गया था। यहां पर भी उसे मार ही दिया गया। मुकीम छह साल से जेल में बंद है। उसका कभी रिकार्ड खराब नहीं था। हमेशा जमानत भी मिल जाती थी। इस बार जेल के बाहर मुठभेड़ में मारे जाने का डर था। इसलिए जमानत नहीं कराई थी। उन्हें नहीं मालूम था कि जेल में मार दिया जाएगा, वर्ना जमानत करा लेती तो बाहर बेटा सुरक्षित रहता। जिन्होंने उसे मारा है, अब ऊपर वाला न्याय करेगा। शार्प शूटर अंशु के पिता जगदीश दीक्षित शनिवार दोपहर सीतापुर से चित्रकूट पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ सवालों के घेरे में है। कुछ कहने से क्या मतलब, कोई कुछ कर नहीं सकता है। इसके बाद बेटे का शव देख दहाड़ मार कर रो पड़े। मेराज के पड़ोसी व स्वजन ने भी जेल में हुई हत्या को लेकर प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया।

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चम्मच बिना मर्जी नहीं पहुंचती तो पिस्टल व कारतूस कैसे पहुंचे

मुकीम काला की मां मीना ने कहा कि जिस जेल में एक चम्मच बिना मर्जी नहीं जा सकती, वहां पिस्टल और इतने कारतूस कैसे पहुंच गए। इससे साफ है कि जेल प्रशासन ने ही साजिश रची।

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