आजीवन कारावास के कैदी की कैंसर से मौत
वहां से चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया था। इससे जेल प्रशासन ने पीजीआई लखनऊ में उपचार कराया था। जांच में चिकित्सकों ने उसको कैंसर से पीड़ित होना बताया था। इधर तकरीबन एक माह से उसका कानपुर अस्पताल में उपचार चल रहा था। वहां उपचार के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई। डिप्टी जेलर तारकेश्वर सिंह ने बताया कि कानपुर में पोस्टमार्टम होने के बाद कैदी का शव परिजनों को सौंपा गया है। जिससे परिजन शव अपने गांव ले गए हैं।
जागरण संवाददाता, बांदा : मंडल कारागार में निरुद्ध आजीवन कारावास के कैदी की कैंसर की बीमारी से उपचार के दौरान मौत हो गई। वह हत्या के मामले में पांच वर्ष पहले जेल भेजा गया था। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों की सुपुर्दगी में शव दिया गया है।
बबेरू कस्बा निवासी 60 वर्षीय रामकिशोर को पुलिस ने मार्च वर्ष 2014 में हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार कर मंडल कारागार भेजा था। बाद में उसे जेल में रहते हुए आजीवन कारावास की सजा हो गई थी। तकरीबन 9 माह पहले उसकी अचानक तबियत बिगड़ी तो जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां से चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया था। इससे जेल प्रशासन ने पीजीआई लखनऊ में उपचार कराया था। जांच में चिकित्सकों ने उसको कैंसर से पीड़ित होना बताया था। इधर तकरीबन एक माह से उसका कानपुर अस्पताल में उपचार चल रहा था। वहां उपचार के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई। डिप्टी जेलर तारकेश्वर सिंह ने बताया कि कानपुर में पोस्टमार्टम होने के बाद कैदी का शव परिजनों को सौंपा गया है। जिससे परिजन शव अपने गांव ले गए हैं।