बढ़ रहा संक्रमण, गांव लौट रहे आप्रवासी
जागरण संवाददाता बांदा सूरत व मुंबई में रहकर कमाई करने वाले आप्रवासियों को कोरोना स
जागरण संवाददाता, बांदा : सूरत व मुंबई में रहकर कमाई करने वाले आप्रवासियों को कोरोना संक्रमण बढ़ने से चिता सता रही है। ट्रेनों व बसों से प्रवासी पहले से अपने अशियानों में लौट रहे हैं। पिछली बार का ²श्य यादकर वह सिहर उठते हैं। अपने गांव व जिले में ही रोजी-रोटी की तलाश करेंगे। जिससे बाहर जाकर लॉक डाउन जैसी स्थिति में फंसने से बच सकें।
कोरोना संक्रमण मुंबई व केरल आदि में ज्यादा फैल रहा है। ऐसी स्थिति में वहां रहकर कमाई करने वाले बांदा जनपद के लोग पहले से वापस लौट रहे हैं। शनिवार सुबह 3:30 बजे बरौनी अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन बांदा स्टेशन में रुकी तो उससे करीब दो दर्जन आप्रवासी नीचे उतरे। इसमें ज्यादातर लोग सूरत व आसपास के शहर में रहकर कमाई करते थे। उनके चेहरों में पिछली बार के कोरोना के दर्द की झलक दिखाई पड़ी। समय से वापस लौटकर सभी लोग खुशी महसूस कर रहे थे। यही स्थिति तुलसी एक्सप्रेस व बसों से लौटने वालों का भी है। ज्यादातर लोग कोरोना संक्रमण का फैलाव शुरू होने से अपने घरों को लौट रहे हैं।
--------------------
स्थिति बिगड़ी तो लौटकर नहीं जाएंगे वापस
- सूरत से आगे नौसारी शहर में रहकर एक जैविक खाद कंपनी में मार्केटिग का काम करते हैं। समय से गांव लौटकर खुशी महसूस कर रहे हैं। पिछली बार उनके कुछ दोस्त लॉक डाउन लगने से फंस गए थे। कई किलोमीटर पैदल उन्हें भूखे-प्यासे चलना पड़ा था। घर की किराने की दुकान में हाथ बंटाएंगे।
आशिक अली ग्राम नेवादा गिरवां
- मुंबई के पास एक लोहा फैक्ट्री में काम करता है। कोरोना संक्रमण बढ़ने से वह अपने घर लौट आया है। घर के लोगों को भी उसकी चिता हो रही थी। पिछली बार इसी तरह संक्रमण बढ़ने से लॉक डाउन लग गया था। जिससे सभी को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा था।
- राजू गिरवां - सूरत में रहकर धागा प्लांट में काम करते थे। वहां इस समय कोरोना बढ़ रहा है। घर में 22 अप्रैल को शादी भी है। इससे पहले से ट्रेन की टिकट बुक करा ली थी। पिछली बार लॉक डाउन लगने में लोगों की बुरी दुर्दशा हुई थी। जो आज भी उनके जेहन में है।
- सत्येंद्र कुमार ग्राम बेला फतेहपुर - सूरत में भाई के साथ रहकर पेटिग का काम करता था। कोरोना संक्रमण वहां तेजी से फैल रहा है। यदि स्थिति सामान्य नहीं हुई तो अपने घर में रहकर रोजी-रोटी की तलाश करेंगे।
- विजय कुमार ग्राम बेला फतेहपुर