एंबुलेंस के चक्के जाम हुए तो संशय में पड़ जाएगी मरीजों की जान

जागरण संवाददाता बांदा कोरोना योद्धा एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 08:39 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 08:39 PM (IST)
एंबुलेंस के चक्के जाम हुए तो संशय में पड़ जाएगी मरीजों की जान
एंबुलेंस के चक्के जाम हुए तो संशय में पड़ जाएगी मरीजों की जान

जागरण संवाददाता, बांदा : कोरोना योद्धा एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर तीसरे दिन भी धरना प्रदर्शन किया। नई कंपनी के अनैतिक कार्यों के विरुद्ध नारेबाजी की। आधी रात के बाद हड़ताल करते हुए उन्होंने एंबुलेंसों के चक्के जाम करने का अल्टीमेटम दिया है। इससे कई मरीजों की जान संशय में पड़ सकती है।

जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ तीन दिन से धरना प्रदर्शन कर रहा है। रविवार को उन्होंने जिला अस्पताल के दो सौ बेड भवन के पास बरामदे में हुंकार भरी। उनका कहना रहा कि कोरोना काल में उन्होंने बढ़चढ़ कर अपना सराहनीय यो़गदान दिया है। लेकिन अब ठेका नई कंपनी को दिया गया है। जिसके तहत नई कंपनी सभी जगह एएलएस के कर्मचारियों को हटा रही है। बांदा जनपद में भी 12 कर्मियों को हटाया गया है। हटाए गए कर्मचारियों के समायोजन के लिए प्रदेश आहवान पर उनका धरना प्रदर्शन चल रहा है। जिलाध्यक्ष जयेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने अपनी पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञका ज्ञापन जिलास्तर पर भी अधिकारियों को दिया है। इस संबंध में प्रदेश स्तर पर भी अधिकारियों से उनके पदाधिकारियों की बात चल रही है। जिसमें उन्होंने रविवार रात 12 बजे के बाद मांगे न माने जाने पर पूर्ण हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी है। महामंत्री बलबीर यादव ने बताया कि बांदा में सभी एंबुलेंस भूरागढ़ के पास मैदान में खड़ी कर दी जाएंगी। इस मौके पर संघ कोषाध्यक्ष अखिलेश कुमार, मीडिया प्रभारी आशोक कुमार, आवेश कुमार, खेमचंद्र, विजय कुमार, सुरेंद्र निर्भय आदि मौजूद रहे।

----------------------------------------

यह हैं संघ की प्रमुख मांगे

- पुराने कर्मचारियों को कंपनी की ओर से न बदला जाए, अनुभवी कर्मियों को ही रखा जाए।

- कोरोना योद्धाओं एंबुलेंस कर्मियों को ठेकेदारी से मुक्ति दी जाए।

- कोरोना काल में दम तोड़ने वाले कर्मियों के पीड़ित परिवार को जल्द निर्धारित की गई बीमा व सहायता राशि सरकार की ओर से जारी हो, उनके वेतन में कटौती न की जाए।

- जब तक उन्हें नेशनल हेल्थ मिशन के अधीन नहीं किया जाता तब तक चार घंटे की ओटी 23000 करीब दिया जाए, प्रतिवर्ष मंहगाई भत्ता भी दिया जाए।

- कर्मचारियों को सहानुभूति पूर्वक यथा स्थित नौकरी पर रखा जाए, प्रशिक्षण शुल्क न लिया जाए। ----------------------------------------

जनपद में यह है एंबुलेंस की स्थित

एएलएस एंबुलेंस - 3

108 एंबुलेंस - 23

102 एंबुलेंस - 21

हटाए गए कर्मी - 12

प्रत्येक 108 का कार्य - 5 से 7 मरीज अस्पताल पहुंचाना

प्रत्येक दिवस प्रति एंबुलेंस 102 - 10 से 12 मरीजों को अस्पताल पहुंचाना

chat bot
आपका साथी