फिर फुंकी ब्रेकर मशीन, आठ घंटे अंधेरे में रहा कस्बा

संवाद सहयोगी अतर्रा नगर की विद्युत व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। एक सप्ताह के अंदर दूस

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 04:51 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 04:51 PM (IST)
फिर फुंकी ब्रेकर मशीन, आठ घंटे अंधेरे में रहा कस्बा
फिर फुंकी ब्रेकर मशीन, आठ घंटे अंधेरे में रहा कस्बा

संवाद सहयोगी अतर्रा : नगर की विद्युत व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार ब्रेकर मशीन जल जाने से आठ घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित रही। इस दौरान नगरवासी ब्लैक आउट की जिदगी जीने को मजबूर रहे। पूरी रात भीषण उमस से लोग परेशान रहे। महिलाओं और बच्चों का बुरा हाल हो गया। बिजली नहीं आने से पानी का भी संकट झेलना पड़ा।

शुक्रवार की शाम से ही विद्युत आपूर्ति का आंख-मिचौली का खेल शुरू हो गया था। रात्रि करीब 8:30 बजे विद्युत पावर हाउस की ब्रेकर (इनकमिग) मशीन नंबर-2 का स्पाउट जल जाने से पूरे नगर सहित फीडर से जुड़े गांवों की बिजली गुल हो गई है। कुछ देर तो लोग लोकल फाल्ट मानकर इंतजार करते रहे। लेकिन एक घंटे से ज्यादा समय गुजरने के बावजूद बिजली नहीं आई तो पावर हाउस सहित विभागीय अधिकारियों को फोन लगाना शुरू किया। कोई उचित उत्तर न मिलने पर विवश होकर घरों में बैठकर बिजली का इंतजार करते रहे।

सुबह तीन बजे आई बिजली, छतों पर टहलते रहे लोग

विद्युत आपूर्ति भोर तीन बजे ही बहाल हो पाई। इस दौरान घरों के बच्चे, बूढ़े व महिलाएं उमस भरी गर्मी में छतों में घूमकर रात काटने को मजबूर रहे। बीते एक सप्ताह के अंदर ब्रेकर मशीन जलने की दूसरी घटना है। 22 सितंबर को भी तीन घंटे दिन व तीन घंटे रात्रि सहित कुल छह घंटे आपूर्ति बाधित रही थी। लेकिन इस बार रात्रि में आठ घंटे से अधिक विद्युत आपूर्ति बंद होने के कारण नगरवासी ब्लैक आउट में रहने को मजबूर रहे।

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आपूर्ति बंद होते ही रिसीव नहीं होते फोन

नगर के विद्युत उपभोक्ता इंद्रप्रसाद, विनय कुमार, रमाकांत अवस्थी, गोविद आदि पावर हाउस कर्मियों सहित विभागीय अधिकारियों से बेहद परेशान है।इनका कहना है कि रात्रि में आपूर्ति बंद होने पर जानकारी करने के लिए पावर हाउस सहित विभागीय अधिकारियों को फोन किया जाता है, तो रिसीव नही होता है।

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ब्रेकर मशीन में इंसुलेशन खराब होने के कारण आपूर्ति बाधित हो गई थी। देर रात सही कर आपूर्ति बहाल कर दी गई।

ज्ञानेश कुमार, उपखंड अधिकारी।

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