एक सप्ताह बाद भी समितियों में नहीं पहुंची खाद, किसान परेशान

संवाद सहयोगी नरैनी जिला प्रशासन और कृषि विभाग के दावे फेल हैं। क्षेत्र में सप्ताह भर से सह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 06:51 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:51 PM (IST)
एक सप्ताह बाद भी समितियों में नहीं पहुंची खाद, किसान परेशान
एक सप्ताह बाद भी समितियों में नहीं पहुंची खाद, किसान परेशान

संवाद सहयोगी, नरैनी : जिला प्रशासन और कृषि विभाग के दावे फेल हैं। क्षेत्र में सप्ताह भर से सहकारी समितियों में खाद नहीं है। किसान मायूस होकर लौट रहे हैं। समितियों के सचिव रैक आने के बाद ही खाद देने की कह रहे हैं। अन्नदाता बिना खाद के गेहूं की फसल नहीं बो पा रहे हैं। खाद मिलने की कोई उम्मीद नहीं नजर आने पर समितियों में आए किसानों के चेहरों पर हवाइयां उड़ रही हैं।

कस्बे की क्षेत्रीय सहकारी समिति में तीन दिन व क्रय विक्रय केंद्र में सात दिनों से खाद खत्म है। यहां अभी भी खाद का संकट कम नहीं हुआ। किसान अपने-अपने गांव से चलकर खाद खरीदने को आते हैं, परंतु न मिलने के कारण वापस लौट जाते हैं। किसानों का कहना है कि क्षेत्रीय सहकारी समिति में पांच दिन पूर्व 400 बोरी डीएपी खाद आई थी, जो सोमवार को ही खत्म हो गई। उसी समय खाद पाने को किसानों ने इतना हंगामा काटा था कि समिति के कर्मियों को पुलिस को बुलाना पड़ा था। सैकड़ों किसान खाद पाने से वंचित रह गए थे। सचिवों ने भरोसा दिया था कि दो दिन में पुन: डीएपी खाद आ जाएगी। कई दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक खाद नही आई। उधर, यूरिया खाद भी खत्म हो गई है । यही हाल क्रय-विक्रय खाद केंद्र का है। यहां पर सात दिनों से खाद नहीं है। किसान केंद्रों में आकर वापस लौट जाते हैं।

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बोले जिम्मेदार :

कोआपरेटिव शाखा प्रबंधक द्वारा गुड फॉर पेमेंट की मुहर नहीं लगाई जा रही। कहते हैं कि पहले वसूली पर ध्यान दो। जिसकी सूचना जिला मुख्यालय को दे दी गई है।

-चुन्नूलाल द्विवेदी, सचिव क्षेत्रीय सहकारी समिति

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- खाद खत्म हो जाने की सूचना जिला मुख्यालय को दी गई थी, जिस पर डिमांड लगी हुई है, परंतु अभी तक खाद नहीं आई। अधिकारियों को कहना है कि रैक आते ही खाद भेजी जाएगी।

- कृष्ण कुमार त्रिपाठी,केंद्र प्रभारी, क्रय विक्रय समिति, नरैनी

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किसानों की जुबानी, उनकी परेशानी

- खेत तैयार हैं और गेहूं बोना है। बुवाई का समय हाथ से निकला जा रहा है। एक-एक बोरी खाद के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। फिर भी अभी तक नहीं मिल पाई।

-किसान देवचरण, निवासी शाहपाटन

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- खाद के लिए कई बार चक्कर लगा चुका हूं, परंतु अभी तक खाद नहीं मिल पाई। अब तो लगता है कि बिना खाद उनकी खेती ऐसे ही रह जाएगी।

-किसान बेटानी, निवासी बसराही गुड़ाकला

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-सहकारी समिति के हम कई बार चक्कर लगा चुके हैं। लाइन में भी खड़ा रहा। इसके बाद भी खाद नहीं मिल पाई। अब प्रभारी कहते हैं खाद नहीं हैं, आखिर वह कहां जाएं खाद लेने।

-किसान वीर बहादुर, निवासी नोहाई

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