द्वार पर स्वागत के बाद हुआ शिक्षा के मंदिर में प्रवेश
जागरण संवाददाता बांदा लंबे इंतजार के बाद परिषदीय विद्यालय गुलजार हुए। कोरोना महामारी के च
जागरण संवाददाता, बांदा : लंबे इंतजार के बाद परिषदीय विद्यालय गुलजार हुए। कोरोना महामारी के चलते करीब एक साल तक बंद चल रही कक्षाएं बच्चों की हंसी व ठिठोली से गूंज उठीं। छात्र-छात्राओं का स्कूल पहुंचने पर स्वागत किया गया। उन्हें पहले तिलक लगाया गया, फिर माला पहनाकर उन्हें स्कूल में प्रवेश दिया गया। छोटे बच्चों को मनोरंजन के लिए गुब्बारे भेंट किए गए। काफी दिन बाद स्कूल में सहपाठी मिले तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। पहले दिन करीब 15 फीसद बच्चे ही स्कूल पहुंचे। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए बच्चों को छह फिट की दूरी पर बैठाया गया। विद्यालय में प्रवेश से पहले उपस्थित कर्मचारियों ने मास्क देखा इसके बाद तापमान की जांच हुई। जनपद में कुल 1355 प्राथमिक विद्यालय हैं, जिनमें पहले से तैयारी कर ली गई थी।
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इन नियमों का कराया गया पालन
- स्कूल, कॉलेजों को सेनेटाइज कराया गया।
-क्लास में कुर्सियां छह फीट की दूरी पर लगाई गई।
-विद्यालय के गेट पर थर्मल स्क्रीनिग एवं हैंड सैनिटाइज करने के इंतजाम किए गए।
-स्कूलों में प्रार्थनाएं, खेलकूद आदि कार्यक्रम नहीं हुए।
-स्कूल कॉलेजों को मास्क, सैनिटाइजर का पर्याप्त इंतजाम किया गया।
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बोले प्रधानाध्यापक
विद्यालय खोलने के निर्देश हुए थे। विद्यालय में साफ-सफाई की व्यवस्था पूरी की जा चुकी है। कोरोना गाइडलाइन का पालन पूरी सख्ती के साथ किया जाएगा।
जिलाई बेगम, प्रधानाचार्य, छत्रसाल प्राथमिक विद्यालय
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बोले छात्र
कोरोना संक्रमण के चलते बहुत दिनों से स्कूल बंद चल रहे थे। जिसके चलते घर पर ही सारा दिन समय बीत जाता है। बहुत दिनों बाद स्कूल आकर काफी अच्छा लगा। -आकाश, छात्र
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स्कूल खुलने से मन खुश है, बहुत दिनों बाद कक्षाएं चल रही है। काफी दिनों बाद कक्षा के सहपाठियों से मिला हूं। टीचर ने हम सभी को टीका लगाया। आज हमारा पहले दिन विद्यालय में स्वागत किया। -अभय, छात्र
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बोले जिम्मेदार
विद्यालय में कोविड-19 की गाइडलाइन पूरी सतर्कता के साथ बरती जाएगी। जिन विद्यालयों को कोरोना काल में कोविड सेंटर में परिवर्तन किया गया था, उनको पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा चुका है। हरिशचंद्र नाथ, बेसिक शिक्षा अधिकारी, बांदा