अनुपस्थित 6 अफसरों से डीएम ने मांगा जवाब, वेतन रोका
जागरण संवाददाता, बांदा : रक्षाबंधन पर्व की छुट्टी के बाद लौटे अफसरों को सोमवार का दिन भारी
जागरण संवाददाता, बांदा : रक्षाबंधन पर्व की छुट्टी के बाद लौटे अफसरों को सोमवार का दिन भारी पड़ा। डीएम के औचक निरीक्षण में आधा दर्जन दफ्तरों से गायब मिले। उन्होंने अनपुस्थित अफसरों से जवाब मांगा है। सीडीओ को उन्होंने संबंधित अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
डीएम डीपी गिरि सोमवार को सुबह साढ़े दस बजे अचानक विकास भवन पहुंच गए। इससे विकास भवन के दफ्तरों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों की लापरवाही भी खुलकर सामने आ गई। सीएम योगी के आदेशों का यहां कितना अनुपालन किया जा रहा है इसकी बानगी भी देखने को मिली। मत्स्य विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की कुर्सी खाली मिली। कर्मचारी उनके उपस्थित न होने की वजह भी नहीं बता सके। इसके बाद डीएम परियोजना निदेशक नेडा सीएस ¨सह के दफ्तर में जा धमके। यहां नेडा अधिकारी गायब मिले। बताया गया कि वे अब तक दफ्तर नहीं आए और नही कोई सूचना है। सहायक जिला कृषि अधिकारी नाथूराम वर्मा भी रोज की तरह लेट रहे। डीएम ने उनकी नामौजूदगी का कारण पूछा तो कर्मचारी बगले झाकते रहे। एनआरएलएम के डीटीई, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी वाईएन ¨सह, सहायक प्रबंधक एडीडीओ भी दफ्तर में नहीं मिले। इसके अलावा इन दफ्तरों के कर्मचारी भी पटलों में नजर नहीं आए। कई कर्मचारी चाय-पान की दुकानों पर समय बिताते मिले तो कई घरों से नहीं निकले थे। कुछ कर्मचारी बरामदे व हाल में गप्पे हांकते मिले। डीएम ने इस लापरवाही पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने सीडीओ हीरालाल से इन अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन रोकते हुए 24 घंटे में जवाब तलब किया जाए। सही व संतोषजनक जवाब न देने पर इन पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सीडीओ से विकास भवन के दफ्तरों का नियमित निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को भी कहा। यदि दोबारा निरीक्षण में ऐसी लापरवाही मिली तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा।