सांसद आदर्श ग्राम रहे कटरा कालिजर में पेयजल समस्या अधिकारी बेपरवाह
संवाद सूत्र कालिजर कटरा कालिजर में गर्मी की शुरुआत होते ही हैंडपंप जवाब देने लगे। सोलर
संवाद सूत्र कालिजर: कटरा कालिजर में गर्मी की शुरुआत होते ही हैंडपंप जवाब देने लगे। सोलर पैनलों की क्षमता घटने से पानी नहीं निकल रहा है। इससे गांव के उपभोक्ता परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी बेपरवाह बने हैं। वह कई बार गुहार लगा चुके लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।
जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी व मध्य प्रदेश की सीमा में होने से कटरा कालिजर गांव उपेक्षा का शिकार है। लगभग पांच हजार की आबादी पेयजल संकट से जूझ रही है। कस्बे में 58 हैंडपंप हैं। 14 सौर-ऊर्जा पंप है इनमें से अधिकांश खराब हैं। कस्बा कालिजर व कटरा में जल संस्थान की पाईप लाईन भी बिछाई गई है लेकिन पाइपलाइन में दो साल से पेयजल आपूर्ति नहीं हुई है। दिव्यांग हों या बच्चे सभी पानी ढोते नजर आ जाते हैं। यहां सांसद आदर्श ग्राम जैसी भी कोई बात नहीं देखी जा सकती। ग्रामीणों ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता से कई बार लिखित शिकायत की तो उन्होंने बजट न होने की बात ही हर बार दोहरायी। अधिशासी अभियंता ने ग्रामीणों से ही कहा की इस समस्या का समाधान कैसे हो सकता है आप ही लोग बताओ? ग्रामीणों ने एक निजी नलकूप से पाइपलाइन में पेयजल सप्लाई की मांग की अधिकारी ने लिपिक को मौके पर भेज कर प्राईवेट बोर का सर्वे व पानी का सेंपल भी मंगवाया। पानी का सैंपल ठीक निकला लेकिन विभाग ने अब तक दस फुट पाईप नहीं जोड़ा जिससे समस्या जस की तस है। गर्मियों में क्या बच्चे क्या बूढ़े सभी पानी ढोते देखे जा रहे हैं। इस संबंध में जब सचिव ध्यानचंद कुशवाहा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 58 में चार हैंडपंप खराब हैं। चार में वॉटर लेवल नीचे जाने से पानी नहीं है। 14 सोलर पैनलों में दो की मोटर खराब हैं जो बनने गई हैं। दो बोर में पानी न होने से बंद हैं। रविवार से कस्बे में टैंकरों के माध्यम से पानी की सप्लाई की जा रही है।
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प्रतिक्रिया
-पेयजल को लेकर जिले में बैठे अधिकारियों को फोन से मिल कर इस समस्या के विषय में कई बार कहा गया। बेपरवाही के चलते समस्या का कोई हल नहीं हुआ है।
-धर्मेंद्र कुमार - गर्मियों के समय रात से हैंडपंपों में लाइन लग जाती है। घंटों बाद नंबर आता है। लाइन लगा कर ही दो-दो बर्तन में पानी मिलता है। पेय जल की समस्या विकराल है। -प्रीती सिंह - पानी की समस्या ऐसी समस्या है कि लगता है यह कभी भी हल नहीं होगी। जनप्रतिनिधि व अधिकारी धरातल से बेपरवाह हैं। सुबह की पानी की समस्या रात में सोते समय भी यह सोचना पड़़ता है। -कलावती