प्रकोप रोकने को कोरोना क‌र्फ्यू, खुद को धोखा दे रहे लोग

जागरण संवाददाता बांदा कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने सभी के माथे पर चिता की लकीरें खींच दी

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 04:58 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 04:58 PM (IST)
प्रकोप रोकने को कोरोना क‌र्फ्यू, खुद को धोखा दे रहे लोग
प्रकोप रोकने को कोरोना क‌र्फ्यू, खुद को धोखा दे रहे लोग

जागरण संवाददाता, बांदा : कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने सभी के माथे पर चिता की लकीरें खींच दी हैं। सरकार ने भी कोरोना क‌र्फ्यू की अवधि सोमवार सुबह सात बजे तक बढ़ा दी है। कोरोना पर अंकुश लगाए जाने के लिए जहां हर कोशिश परवान चढ़ रही है, वहीं लोगों की बेपरवाही भी चरम पर नजर आने लगी है। दोपहिया वाहन सवारों पर कोई लगाम लगती नहीं दिख रही है। सुबह से ही आवागमन का शुरू होने वाला दौर देर शाम तक चलता रहता है। कहीं-कहीं पुलिस की सख्ती दिखती है तो लोग वाहन मोड़ गलियों या फिर संपर्क मार्ग से निकल जाते हैं। कोरोना संकट काल में जहां लोग खुद को धोखा देने से नहीं चूक रहे हैं, वहीं अपनों की भी जान के दुश्मन बने हैं।

बाजार में तो दुकानों के शटर बंद हैं, पर मोहल्लों और गलियों की दुकानें खुली नजर आने लगी हैं। फर्क इतना कि आधा शटर उठाकर सामान की बिक्री की जा रही है। मोहल्लेदारी बताकर लोग घर से सामान खरीद रहे हैं। घरों में खुली ज्यादातर दुकानों के शटर आगे से बंद नजर आते हैं, पर पिछला दरवाजा खोल बिक्री का दौर जारी है। कुछ जगहों पर पुलिस ने कड़ाई की और चालान की चेतावनी भी दी। इधर, पीलीकोठी और कालूकुआं क्षेत्र कई बाइक सवारों को पुलिसिया कड़ाई का भी सामना करना पड़ा। हालांकि दोपहर में मौसम के मिजाज ने जरूर सड़कों पर सन्नाटा ला दिया।

फोन पर आर्डर, घर पहुंच रहा सामान

कोरोना क‌र्फ्यू ने भले ही दुकानों के शटर डाउन कर दिए पर होम डिलीवरी सिस्टम जरूर चालू हो गया है। कई बड़ी दुकान वालों ने होम डिलीवरी सिस्टम लागू कर दिया है। फोन पर ही आर्डर लिए जा रहे हैं और घर तक सामान पहुंचाया जा रहा है। हालांकि इससे कम से कम भीड़भाड़ से जरूर बचाव हो रहा है।

कई दिन पुरानी मिठाई ली जा रही हाथों-हाथ

इधर, पंचायत चुनाव के बाद सबसे ज्यादा बिक्री मिठाई की बढ़ी है। कई दिनों से चल रही बंदी के दौरान मिठाई बनाई जरूर नहीं गई पर मांग तेज होने से कई दिनों से दुकानों के काउंटर में रखी मिठाई जरूर हाथों हाथ खरीदी गई। दुकान के बोर्ड पर लिखे मोबाइल नंबर पर पंचायत चुनाव में विजयी प्रत्याशी और उनके समर्थक आर्डर बुक कर रहे हैं। मौका पाकर दुकानदार शटर उठाकर दुकान के अंदर ही पैकिग कर बासी मिठाई जरूर पहुंचाते दिखे।

कुछ कारखाने कर दिए गए चालू

इधर, पंचायत चुनाव के बाद मांग को देखते हुए कुछ नामी मिठाई विक्रेताओं ने गुपचुप तरीके से अपने कारखाने चालू कर दिए। कारीगरों के कारखाने के अंदर कर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया गया और मिठाई बनाने के काम तेजी से शुरू हो गया है। ऐसे लोग मुंहमांगे दाम पर मिठाई की बिक्री कर रहे हैं।

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