सीबीआइ ने 10 और पीड़ितों के लिए बयान, मिले अहम सुबूत
जागरण संवाददाता बांदा सीबीआइ ने यौन शोषण मामले में निलंबित अवर अभियंता रामभवन के शिक
जागरण संवाददाता, बांदा : सीबीआइ ने यौन शोषण मामले में निलंबित अवर अभियंता रामभवन के शिकार बने 10 और पीड़ितों के बयान लिए हैं जबकि 25 के बयान कोर्ट में दर्ज कराए हैं। इस तरह अब तक 35 पीड़ितों की पहचान हो चुकी है। इनके बयानों से मिले अहम सुबूतों के आधार पर जल्द ही रामभवन के नेटवर्क से जुड़े कुछ और आरोपितों की गिरफ्तारी होगी। पीड़ितों के बयान चार्जशीट में जोड़कर केस को और मजबूत किया जाएगा।
निलंबित अवर अभियंता के घिनौने कृत्यों के सुबूत जुटाने के लिए सीबीआइ पीड़ितों को खोज रही। करीब 12 वर्ष पुराने वीडियो और फोटो के आधार पर बांदा और चित्रकूट समेत आसपास जिलों के पीड़ितों की पहचान की है। सीबीआइ के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि 10 और पीड़ित बच्चों को ढूंढकर उनके बयान लिए गए हैं। जल्द ही इन्हें कोर्ट में पेशकर जज के सामने बयान दर्ज कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली से गिरफ्तार तीसरे आरोपित को बाल यौन शोषण सामग्री बेचने और पैसा कमाने के लिए डार्कवेब का इस्तेमाल करने के आरोप में पकड़ा गया था। उल्लेखनीय है कि बच्चों के यौन शोषण के मामले में चित्रकूट में तैनात रहे सिंचाई विभाग के अवर अभियंता रामभवन को 16 नवंबर को बांदा से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसकी पत्नी भी सह आरोपित के तौर पर गिरफ्तार की गई थी। दोनों बांदा जेल में बंद हैं।
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ईमेल से पता चले हैं देश-विदेश से संपर्क
सीबीआइ के प्रवक्ता ने बताया कि रामभवन के ईमेल की जांच से देश व विदेश के कई लोगों के संपर्क पता चले हैं। पीड़ितों में चार से 22 साल तक की उम्र के बच्चे हैं। इनमें पांच से 16 वर्ष वाले ज्यादा शिकार बने। पीड़ितों में करीब 50 नाम की सूची बन चुकी है। धीरे-धीरे सबकी पहचान हो रही है।