दलहन बीज उत्पादन का हब बनेगा बुंदेलखंड : धुन्नी सिंह

जागरण संवाददाता बांदा प्रदेश के कृषि कृषि शिक्षा व अनुसंधान राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Mar 2019 10:31 PM (IST) Updated:Sun, 03 Mar 2019 10:31 PM (IST)
दलहन बीज उत्पादन का हब बनेगा बुंदेलखंड :  धुन्नी सिंह
दलहन बीज उत्पादन का हब बनेगा बुंदेलखंड : धुन्नी सिंह

जागरण संवाददाता, बांदा : प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा व अनुसंधान राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह (धुन्नी सिंह) ने कहा कि बुंदेलखंड दलहन उत्पादन का हब रहा है। बुंदेलखंड को दलहन बीज उत्पादन का हब बनाया जाएगा। कृषि विश्वविद्यालय के माध्यम से खासकर चित्रकूटधाम मंडल को बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की योजना है।

कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के आठवें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल धुन्नी सिंह ने कहा कि यहां कृषि विश्वविद्यालय में मौजूदा समय में दो हजार कुंतल बीज का इस साल उत्पादन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय से जुड़े सभी पांच कृषि विज्ञान केंद्र में बीज पर शोध कार्य चल रहा है। चना, मटर, मसूर और उड़द के बीज तैयार किए जा रहे हैं। प्रत्येक केबीके में 200-200 कुंतल बीज तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है। अगले वर्ष यह लक्ष्य दोगुना कर दिया जाएगा। इस तरह आने वाले पांच सालों में चित्रकूटधाम मंडल बीजों पर आत्मनिर्भर हो जाएगा और यहां से बीज अन्य राज्यों के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में मुसम्मी व संतरे की खेती भी की जा सकती है। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय को इसमें सहयोग करने को कहा गया है। इस दौरान कुलपति डा.यूएस गौतम ने कहा कि विश्वविद्यालय ड्रैगन फूड का पौधा तैयार कर रहा है।बाजार में इसका एक फल 1200 रुपये का बिकता है। शोध सफल होने के बाद इसे प्रगतिशील किसानों के यहां तैयार कराया जाएगा। राज्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने अपने यहां खुद के बाग में नींबू के 150 पौधे तैयार कराए हैं। अब वह फल दे रहे हैं। किसानों को बागवानी व पशुपालन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। इससे उनकी आय दोगुनी होगी।

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कृषि विज्ञान केंद्र में देखा गोपालन योजना

राज्य मंत्री ने कृषि विश्वविद्यालय में कृषि विज्ञान केंद्र का निरीक्षण किया। यहां थारपारकर और शाहीवाल प्रजाति की पाली जा रही गायों को देखा। वर्मी कंपोस्ट यूनिट का निरीक्षण किया। इसके पहले उन्होंने निर्माणाधीन पशुपालन महाविद्यालय का निरीक्षण किया।

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