बीडीओ व ईओ को देना होगा जोड़ों के अविवाहित होने का प्रमाण

जागरण संवाददाता बांदा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब फर्जीवाड़ा नहीं कर पाएंगे। अब

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 05:00 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 05:00 PM (IST)
बीडीओ व ईओ को  देना होगा जोड़ों के अविवाहित होने का प्रमाण
बीडीओ व ईओ को देना होगा जोड़ों के अविवाहित होने का प्रमाण

जागरण संवाददाता, बांदा : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब फर्जीवाड़ा नहीं कर पाएंगे। अब सामूहिक विवाह के लिए जोड़ों का पंजीयन कराने के बाद उनके अविवाहित होने का प्रमाण भी देना होगा। शासन ने यह निर्देश जिलाधिकारी को दिए हैं। बीडीओ व ईओ जितने भी जोड़े विवाह में शामिल कराएंगे, उनका प्रमाण पत्र भी देंगे।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह इस बार मेगा इवेंट के रूप में कराया जा रहा है। 11 दिसंबर को एक साथ पूरे प्रदेश में यह आयोजन होने हैं। बांदा जनपद में 700 जोड़ों के विवाह का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने सभी आठ ब्लाकों और नौ नगर निकायों में पंजीयन कराने का जिम्मा सौंपा है। खंड विकास अधिकारी और नगर पालिका अधिशासी अधिकारियों ने सचिवों, ग्राम प्रधानों व सभासदों को विवाह के लिए जोड़ों की तलाश करने में लगाया है। अभी तक करीब 90 लोगों के पंजीयन हो चुके हैं। अभी छह सौ जोड़ों की तलाश करनी है। सचिवों व सभासदों का कहना है कि विवाह के लिए पात्रता के आधार पर जोड़े नहीं मिल रहे हैं। संख्या पूरी करने के लिए सचिवों व सभासदों द्वारा फर्जीवाड़ा किया जाता है। पिछले समारोहों में लाभ ले चुके जोड़ों अथवा घर में शादी होने के बाद दोबारा उसका पंजीयन करा दिया जाता है। अब यह फर्जीवाड़ा रोकने के लिए जिलाधिकारी ने सभी बीडीओ और ईओ को पंजीकृत होने वाले जोड़ों का यह प्रमाण देना होगा कि वह अविवाहित हैं। पूर्व में उनका विवाह नहीं हुआ है। इसके अलावा वह मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लिए पात्रता में खरा है या नहीं। उधर, शासन की सख्ती के बाद बीडीओ और ईओ जोड़ों के पंजीयन में दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर पा रहे हैं।

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जोड़ों के पंजीयन में नगर पालिका बांदा पीछे

बांदा : नगर पालिका बांदा को 65 जोड़ों की तलाश करनी है। करीब 15 दिन का समय पूरा हो गया है। 10 जोड़े भी नहीं पंजीकृत हो सके। जबकि शहर में 31 वार्ड हैं और इसमें कई स्लिम क्षेत्र हैं। इसी तरह अतर्रा नगर पालिका भी पंजीयन में पीछे है। यहां 49 जोड़ों का लक्ष्य है। यहां महज 6 पंजीयन हुए हैं। इसी तरह ब्लाकों में बड़ोखर, नरैनी, महुआ भी अभी पंजीयन में सक्रियता नहीं दिखा पा रहे हैं।

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-सामूहिक विवाह समारोह में जिनकी पूर्व में शादी हो चुकी है, वह किसी भी हालत में शामिल नहीं हो सकते। इसके लिए सभी नोडल अधिकारियों से जोड़ों के अविवाहित होने का प्रमाण पत्र मांगा गया है।

-गीता सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, बांदा

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