बांदा में हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय का खटखटाएंगे दरवाजा
जागरण संवाददाता बांदा सिपाही समेत परिवार के तीन सदस्यों की हत्या के मामले में पुलिस की ल
जागरण संवाददाता, बांदा : सिपाही समेत परिवार के तीन सदस्यों की हत्या के मामले में पुलिस की लचर कार्रवाई से रिश्तेदार दुखी हैं। पुलिस से न्याय मिलता न देखकर भाई व रिश्तेदार अब न्यायालय जाने का मन बना रहे हैं। जिससे फरार हत्यारोपितों की भी गिरफ्तारी हो सके।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चमरौडी परशुराम तालाब निवासी प्रयागराज में तैनात सिपाही अभिजीत, उसकी मां रमादेवी व बहन निशा की 20 नवंबर की रात घर में धावा बोलकर कुल्हाड़ियों से काटकर हत्या कर दी गई थी। सिपाही के बड़े भाई सौरभ की तहरीर पर पुलिस ने 15 नामजद व दो अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना के निर्देश पर पुलिस ने आनन-फानन हत्यारोपित चचेरे भाई देवराज, सुरेश समेत दस की गिरफ्तारी की थी। जबकि हिस्ट्रीशीटर व घटना का मास्टरमाइंड सोमचंद्र समेत पांच नामजद व दो अज्ञात अभी भी फरार चल रहे हैं। एसओजी समेत गठित पांच टीमें घटना के 11 वें दिन भी फरार हत्यारोपितों की गिरफ्तारी नहीं कर सकीं। हत्यारोपितों के फरार रहने से सिपाही के मामा निर्मल कुमार ने बताया कि एक तरफ परिवार के तीन लोगों की हत्या की गई है तो दूसरी ओर अब फरार हत्यारोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। मुख्य हत्यारोपित सोमचंद्र को पुलिस ने अभी तक नहीं पकड़ा है। घटना के बाद तो पुलिस ने तेजी से गिरफ्तारी करना शुरू किया था। लेकिन अब पुलिस आगे कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस की शिथिल प्रक्रिया देखकर वह सभी बेहद दुखी हैं। ऐसी स्थिति देखकर वह न्यायालय में जाकर हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए गुहार लगाने की सोच रहे हैं। जिससे उन्हें न्याय मिल सके।