बांदा में अमृत से भी नहीं मिला बदहाल पार्को को जीवन

जागरण संवाददाता बांदा जनपद में शहर के कई पार्को का चयन अमृत योजना के तहत किया था। लेकि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Dec 2020 11:49 PM (IST) Updated:Thu, 10 Dec 2020 11:49 PM (IST)
बांदा में अमृत से भी नहीं मिला बदहाल पार्को को जीवन
बांदा में अमृत से भी नहीं मिला बदहाल पार्को को जीवन

जागरण संवाददाता, बांदा: जनपद में शहर के कई पार्को का चयन अमृत योजना के तहत किया था। लेकिन लंबे अंतराल बीत जाने के बाद भी पार्को की सुरत न बदल सकी। शहरवासियों के लिए दशक भर पहले करोड़ों रुपये की लागत से करीब 100 बीघा क्षेत्रफल में बनाया गया कांशीराम उपवन उपेक्षा का शिकार है। भ्रष्टाचार की जद में आकर अपनी वास्तविक पहचान खो रहा है। शहरवासियों के लिए यह पार्क सिर्फ जुमला साबित हुआ। अमृत योजना के तहत लाखों रुपये का बजट प्राप्त होने के बाद भी यह पार्क धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील हो रहा है। बसपा शासन काल में शहरवासियों के लिए नरैनी रोड में करीब दस करोड़ रुपये की लागत से कांशीराम स्मृति उपवन का निर्माण कराया गया था। बसपा सरकार की यह सौगात भाजपा शासन काल में बदहाली का दंश झेल रहा है। अमृत योजना के तहत 86.40 लाख रुपये का बजट आवंटित हुआ इसके जीर्णोद्धार के लिए लेकिन सिर्फ 28.80 लाख रुपये ही खर्च हो सके अभी भी यहां पर अधर में कार्य लटका हुआ है। वही नगर पालिका कार्यालय के ठीक सामने स्थित अवस्थी पार्क के लिए अमृत योजना के तहत 55.14 लाख रुपये बजट आवंटित हुआ था। इस पार्क के कार्य में अबतक 37.49 लाख रुपये ही खर्च हो पाया है। यह पार्क शहर के बीचो-बीच स्थित है। लेकिन पार्क में बने फव्वारा एवं स्ट्रीट लाइटें आज भी बंद पड़े है। नगर पालिका का दावा है कि पार्क सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है।

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अब तक अतिक्रमण से मुक्त न हो सका विकलांग पार्क

स्वराज कॉलोनी में स्थित विकलांग पार्क को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया था। लेकिन फिर उसके बाद इस पार्क में अतिक्रमण हो गया। इस पार्क का भी चयन अमृत योजना के तहत किया था। इसके लिए 10.56 लाख रुपये का बजट भी आवंटित हुआ था। लेकिन अबतक इस पार्क में किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं हो सका।

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कांशीराम उपवन का दरवाजा आज भी बंद है लोगों के लिए

पार्क का निर्माण वर्ष 2007 में हुआ था लेकिन आज तक जनता के लिए यह पार्क नहीं खुल सका। जिससे आमजनता यहां आ कर कुछ वक्त बीता सके। यह पार्क धीरे-धीरे दुर्दशा का शिकार होता गया। लेकिन जिम्मेदार अपनी आंखे बंद किए हुए है। इतने लंबे समय बीत जाने के बाद भी यह पार्क आमलोगों के लिए नहीं खुल सका।

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अमृत योजना के तहत चयनित पार्को का कार्य जल्द ही पूरा कराया जाएगा। जहां पर लोगों द्वारा अतिक्रमण किया है उसे जल्द ही अतिक्रमण मुक्त करा कर उस पार्क में भी कार्य को पूरा किया जाएगा। -मोहन साहू, नगर पालिका अध्यक्ष

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