98.6 फीसद अंक हासिल कर समर्थ बने बांदा के टापर

जागरण संवाददाता बांदा सीबीएसई बोर्ड का दसवीं का रिजल्ट आते ही कई स्कूल परिसर गुलजार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 10:55 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 10:55 PM (IST)
98.6 फीसद अंक हासिल कर समर्थ बने बांदा के टापर
98.6 फीसद अंक हासिल कर समर्थ बने बांदा के टापर

जागरण संवाददाता, बांदा : सीबीएसई बोर्ड का दसवीं का रिजल्ट आते ही कई स्कूल परिसर गुलजार हो गए। मेधावी छात्र-छात्राओं को बधाई देने का दौर शुरू हो गया। विद्यावती निगम मेमोरियल स्कूल के समर्थ बोस 98.6 फीसद अंक हासिल कर टॉपर बने। सेंट मैरी के स्वास्तिक ने 97.80 फीसद अंक लाकर विद्यालय टॉप किया। ज्यादातर विद्यालयों का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा।

विद्यावती निगम मेमोरियल स्कूल में छात्र सामर्थ बोस ने सर्वाधिक 98.6 फीसद अंक हासिल कर जिले का गौरव बढ़ाया। इसी विद्यालय के श्रवण अग्रवाल ने 97.8, श्रेष्ठ कुमार द्विवेदी व प्रज्ज्वल द्विवेदी ने 97.6, गनेश कुमार ने 97, गौरीशंकर निगम व शिवांश गुप्ता ने 96.6 फीसद अंक हासिल किए। प्रधानाचार्य डा.संगीता ने मेधावियों को बधाई दी। सेंट मेरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वास्तिक बिदाल ने 97.80 फीसद अंक हासिल कर विद्यालय टॉप किया। जबकि सौम्या नामदेव ने 97 फीसद अंक लेकर दूसरा और श्रेया पाल ने 96.80 फीसद अंक के साथ तीसरा स्थान पाया। वर्तिका सिंह और मोहम्मद सैफान ने 96.40 फीसद व सौम्या पाल ने 96 फीसद अंक पाकर विद्यालय का गौरव बढ़ाया। यहां 13 बच्चों ने 95 फीसद अंक से ज्यादा हासिल किए। सेंट जेवियर्स स्कूल में आरोही पाठक व आकांक्षा श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से पहला स्थान पाया। दोनों को 96.8 फीसद अंक मिले हैं। श्रेया पटेल ने 96.6 फीसद अंक के साथ दूसरे और साधना ने 96.4 फीसद अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। सेंट जार्ज स्कूल में अंश गोयल ने सर्वाधिक 96.8 फीसद अंक हासिल कर विद्यालय टॉप किया। वहीं योगेंद्र वर्मा ने 92.8 अंक के साथ दूसरा और आदर्श सिंह गौतम ने 92.6 फीसद के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। इसके अलावा समीक्षा गुप्ता (91.8), राजश्री वेदमित्रा ने 85.6 व आदित्य पाठक ने 84.8 फीसद अंक हासिल कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया। प्रधानाचार्य अल्बर्ट रस्किन, कक्षाध्यापक सौरभ तिवारी सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बच्चों को शुभकामनाएं दीं।

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बिना ट्यूशन सामर्थ ने फहराया परचम

बांदा : पूर्व मंत्री व बांदा के गांधी कहे जाने वाले जमुना प्रसाद बोस के पोते सामर्थ को बधाई देने का दौर शुरू हो गया। सामर्थ ने बताया कि उसने कभी ट्यूशन नहीं लिया और घर में ही आठ से दस घंटे पढ़ाई की। कोरोना संकट काल में ऑनलाइन पढ़ाई कर केवल लक्ष्य को ध्यान दिया। इसके लिए मां प्रियंका और पिता शैलेश बोस ने हमेशा उत्साहित व प्रेरित किया। उसने बड़े भाई सक्षम को आदर्श माना, वह भी मेधावी रहे और इंटर करने के बाद जेईई मेंस की तैयारी कर रहे हैं। सामर्थ इंजीनियर बनना चाहता है। उसकी गूगल में सीईओ बनने की तमन्ना है।

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