बाबू बोला.. पांच हजार गलत नहीं, ऊपर तक देना पड़ता है

जागरण संवाददाता बांदा अरे भाई तुम मुझको एक रुपया नहीं देना। पैसा गलत नहीं है हमको ऊ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:34 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:34 PM (IST)
बाबू बोला.. पांच हजार गलत नहीं, ऊपर तक देना पड़ता है
बाबू बोला.. पांच हजार गलत नहीं, ऊपर तक देना पड़ता है

जागरण संवाददाता, बांदा : अरे भाई, तुम मुझको एक रुपया नहीं देना। पैसा गलत नहीं है, हमको ऊपर (अधिकारी) तक समझना पड़ता है। वह पर्ची पकड़ा देते हैं, हमें समझना पड़ता है। तुम्हारी फाइल में इतनी कमियां हैं कि अगर वापस कर देंगे तो जिदगी में काम नहीं हो पाएगा। जिले में तैनात एक अधिकारी के कार्यालय के बाबू का इंटरनेट मीडिया पर यह वायरल आडियो चर्चा में है। हालांकि, दैनिक जागरण इसकी पुष्टि नहीं करता है।

भले ही प्रदेश सरकार सिस्टम से घूसखोरी खत्म करने का दावा कर रही है, लेकिन सरकारी विभाग के कर्मचारी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे हैं। जिले के एक आला अधिकारी के कार्यालय में तैनात बाबू ने जमीन बेचने का आदेश कराने के लिए पांच हजार रुपये की मांग की। पत्नी की बीमारी का हवाला देकर दूसरी तरफ से जल्द फाइल आगे बढ़ाने की गुहार लगाई गई तो बाबू जवाब देते हैं कि इसमें अधिकारी का भी हिस्सा है। इस लिए वह इससे कम में काम नहीं कर सकते हैं। कहते हैं ऊपर नहीं दिया तो फाइल में इतनी खामियां होती हैं कि कभी काम नहीं होगा।

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इंटरनेट मीडिया पर वायरल आडियो संज्ञान में आया है। यह जिस क्लर्क श्यामबाबू का बताया जा रहा है। उसे जमीन संबंधी फाइल पर काम को लेकर कोई अधिकार नहीं है। पूरे प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई होगी।

- संतोष बहादुर सिंह, एडीएम।

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हुजूर ! क्लर्क दे रहा है देख लेने की धमकी

जागरण संवाददाता, बांदा : जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में युवक ने बताया कि विद्युत विभाग का एक क्लर्क उसे लगातार गाली-गलौज कर देख लेने की धमकी दे रहा है। क्योंकि बीते दिनों बिल संबंधी कार्य पर उसके द्वारा मांगी गई घूस की शिकायत उच्चाधिकारियों से की थी।

शहर कोतवाली क्षेत्र के अलीगंज हाथीखाना निवासी रिजवान अली ने मंगलवार को जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि बीती कुछ दिनों पहले वह पीलीकोठी पावर हाउस में घर के बिल सही कराने के लिए गया। जहां पर एक क्लर्क ने उससे समस्या के निस्तारण के लिए घूस की दरकार की। जिसकी शिकायत पीड़ित ने विभाग के उच्चाधिकारियों से की थी। जिस पर कोई कार्रवाई तो नहीं हुई उसके बाद से क्लर्क आए दिन उसे गाली-गलौज कर देख लेने की धमकी दे रहा है।

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