घर-घर दस्तक अभियान में मिले 797 मरीज

जागरण संवाददाता बांदा घर-घर दस्तक अभियान में टीबी और कुपोषण के साथ डेंगू फाइलेरि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:07 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:07 PM (IST)
घर-घर दस्तक अभियान में मिले 797 मरीज
घर-घर दस्तक अभियान में मिले 797 मरीज

जागरण संवाददाता, बांदा : घर-घर दस्तक अभियान में टीबी और कुपोषण के साथ डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) आदि से ग्रसित 797 मरीजों की पहचान की गई। सभी को स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाया गया। अभियान में टीबी के 94 मरीजों के साथ 128 कुपोषित बच्चे भी पाए गए हैं। स्वच्छता, पोषण युक्त भोजन आदि की महत्व बताते हुए जागरूक किया गया। जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह के निर्देशन पर दस्तक अभियान चलाया गया। जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार ने बताया कि साल 2025 तक देश को टीबी मुक्त कराने का लक्ष्य है। पिछले वर्ष दस्तक अभियान में भी टीबी रोगियों को खोजा गया था। वर्तमान अभियान में भी 94 नए मरीज मिले हैं। 128 कुपोषित बच्चों के अलावा बुखार के 279, खांसी के 190, फाइलेरिया के 106 मरीज चिह्नित किए गए।

लक्ष्य के सापेक्ष 97.22 फीसद घरों में दस्तक

उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा 2.80 लाख घरों का सर्वे करने का लक्ष्य था। इसके सापेक्ष 97.22 फीसद यानी 2.72 लाख घरों पर दस्तक दी गई। मातृ बैठकों में 1383 महिलाओं और ग्राम स्वच्छता समिति की बैठकों में 469 लोगों ने भाग लिया। पानी शुद्ध करने के लिए 2818 क्लोरीनेशन डेमो किए गए।

गंदगी व दूषित जलभराव है बीमारी की वजह

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि मलेरिया, डेंगू एवं डायरिया जैसी महामारी का मुख्य कारण गंदगी व दूषित जलभराव है। अपील की कि ग्रामीण अपने घरों के आसपास कूड़े और गंदा पानी को जमा नहीं होने दें। जितने भी संक्रामक रोग हैं उनकी असली जड़ मच्छर हैं। मच्छर गंदगी के स्थान पर ही पैदा होते हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वह कूलर में भी अधिक दिनों तक पानी को जमा नहीं होने दें।

अभियान में कोरोना से बचाव के दिए टिप्स

दस्तक अभियान में कोरोना वायरस से बचाव के लोगों को टिप्स दिए गए। उन्हें हाथों को बार-बार साबुन और साफ पानी से अच्छी तरह धोने, खांसते और छींकते समय नाक और मुंह को टिश्यू पेपर या रुमाल से ढंकने, अगर खांसी या बुखार के लक्षण हो या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत नजदीक के सरकारी अस्पताल पर जाने की सलाह दी गई।

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