बांदा के कलेक्ट्रेट व तहसीलों में 79 कर्मी नदारद, वेतन रोका

जागरण संवाददाता बांदा डीएम के चार दिन पूर्व विकास भवन के निरीक्षण में छह अधिकारियों सि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 11:37 PM (IST)
बांदा के कलेक्ट्रेट व तहसीलों में 79 कर्मी नदारद, वेतन रोका
बांदा के कलेक्ट्रेट व तहसीलों में 79 कर्मी नदारद, वेतन रोका

जागरण संवाददाता, बांदा : डीएम के चार दिन पूर्व विकास भवन के निरीक्षण में छह अधिकारियों सहित 35 कर्मचारी अनुपस्थित मिले थे। इधर, कलेक्ट्रेट व तहसीलों के निरीक्षण में 79 कर्मचारी बिना कोई सूचना गायब मिले। डीएम ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोक दिया। विभागाध्यक्षों के जरिए तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।

जिले के सरकारी विभाग में मुख्यमंत्री के आदेशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। अधिकारी व कर्मचारी बिना कोई सूचना के नदारद हो जाते हैं। ऐसे में फरियादी बैरंग लौट रहे हैं। मुख्यमंत्री स्तर पर शिकायतों का बोझ बढ़ रहा है। डीएम आनंद कुमार सिंह कर्मचारियों की आदत सुधारने के लिए लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। 24 नवंबर को विकास भवन सभागार में डीडीओ सहित 35 कर्मचारी व अधिकारी अनुपस्थित मिले थे। उनका वेतन रोका गया था। कलेक्ट्रेट स्थित अपर जिलाधिकारी अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर सुरजीत सिंह व महेंद्र प्रताप कार्यालय, नगर मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह कार्यालय का डीएम ने औचक निरीक्षण किया। इसके अलावा उप जिलाधिकारियों से तहसीलों का निरीक्षण कराया। इस दौरान 79 कर्मचारी ड्यूटी से नदारद मिले। डीएम ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सभी का एक दिन का वेतन रोक दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि समय से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय में उपस्थित होकर अपने काम को ईमानदारी से करें। अगर इसमें लापरवाही पाई गई तो संबंधित पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा।

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