2.51 करोड़ की विकास निधि का घोटाला

जागरण संवाददाता, बांदा : चित्रकूट धाम मंडल की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत सरधुवा और पहाड़ी बुजु

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 10:54 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 10:54 PM (IST)
2.51 करोड़ की विकास निधि का घोटाला
2.51 करोड़ की विकास निधि का घोटाला

जागरण संवाददाता, बांदा : चित्रकूट धाम मंडल की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत सरधुवा और पहाड़ी बुजुर्ग में ग्राम प्रधान व सचिवों ने सरकारी कार्य के 2.51 करोड़ रुपये हड़प लिए। उन्होंने मिलीभगत कर विकास कार्य कागजों पर ही दिखा दिए जबकि हकीकत में कोई काम ही नहीं हुआ। उपनिदेशक (डीडी) पंचायत के आदेश पर सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) पंचायत की जांच में घोटाले का खुलासा हुआ। डीडी ने चित्रकूट जिले के डीपीआरओ को पत्र भेजकर सचिव के निलंबन और प्रधान पर पंचायतीराज अधिनियम के तहत कार्रवाई कराने के निर्देश दिए हैं। दोनों से गबन की गई सरकारी धनराशि की वसूली भी होगी।

प्रदेश सरकार ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने के लिए 14वें और चतुर्थ राज्य वित्त से धनराशि जारी करती है। शासनादेश के मुताबिक ग्राम पंचायतों में खुली बैठक कर सभी सदस्यों की मौजूदगी में विकास कार्य के लिए योजना तैयार की जाती है। इसे पंचायतीराज के साफ्टवेयर प्लान प्लस पर अपलोड किया जाता है लेकिन चित्रकूट जिले में सरधुवा और पहाड़ी बुजुर्ग ग्राम पंचायतों में प्रधान व सचिवों ने न बैठक की और न ही प्लान प्लस पर कार्ययोजना अपलोड की। टीएसी जांच में 12 जून को दोनों ग्राम पंचायतों में सरकारी धनराशि गबन करने का मामला प्रकाश में आया। उप निदेशक पंचायत ने प्रधान व सचिवों से स्पष्टीकरण मांगा। मामले की जांच पहाड़ी ब्लाक के एडीओ चंद्रभान ¨सह को सौंपी थी। एडीओ पंचायत ने 6 जुलाई को उप निदेशक को पत्र भेजकर बताया कि सरधुवा व पहाड़ी बुजुर्ग के ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान ने अपना अभी तक पक्ष नहीं रखा। जांच के लिए उपभोग, व्यय विवरण, कार्यवाही रजिस्टर नहीं दिए जिससे जांच नहीं हो सकी। बैंक स्टेटमेंट के मुताबिक ग्राम पंचायत सरधुवा में वर्ष 2016-17 में 55 लाख 44 हजार 153 रुपये तथा वर्ष 2017-18 में 69 लाख 77 हजार 024 रुपये निकाले गए। ग्राम पंचायत पहाड़ी बुजुर्ग में वर्ष 2016-17 में 64 लाख एक हजार 988 रुपये और वर्ष 2017-18 में 61 लाख 83 हजार 785 रुपये का अनियमित आहरण किया गया जबकि गांवों में कोई काम नहीं हुआ था। डीडी ने इसे गबन की श्रेणी में मानते हुए सचिवों के निलंबन और ग्राम प्रधान के खिलाफ पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई कराने के आदेश दिए। साथ ही आहरित की गई धनराशि की प्रधान और सचिव से आधी-आधी वसूली बकाया भू-राजस्व की भांति कराने के निर्देश दिया।

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ये कार्य होने थे

सरधुवा व पहाड़ी ग्राम पंचायतों में सड़क, जल निकासी के लिए नाला, स्कूलों की मरम्मत, हैंडपंपों के रीबोर का काम होना था।

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''सरधुवा व पहाड़ी बुजुर्ग में टीएसी के जांच में गबन का खुलासा हुआ है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन पर कार्रवाई के साथ ही धन वसूली की जाएगी।-दिनेश ¨सह, उप निदेशक (पंचायत), चित्रकूटधाम मंडल

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