युवा भर रहे हौसले की उड़ान, फलक छूने को बेताब

संसाधनों का अभाव नहीं कम कर सका जज्बा मंजिल की ओर बढ़ रहे कदम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 10:15 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 10:15 PM (IST)
युवा भर रहे हौसले की उड़ान, फलक छूने को बेताब
युवा भर रहे हौसले की उड़ान, फलक छूने को बेताब

बलरामपुर : भले ही नीति आयोग के आकांक्षात्मक जिलों में शुमार बलरामपुर में युवाओं के लिए सुविधाओं का अभाव हो, लेकिन इनकी प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर अपना लोहा मनवा रही है। नगर के सिविल लाइंस निवासी हर्षव‌र्द्धन दीक्षित दिव्यांग होने के बावजूद व्हीलचेयर पर बैठकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं।

पैरा एथलीट के तौर पर यूपी को कई मेडल दिलाने के बाद अब वह ओलंपिक में तिरंगा लहराने को बेताब हैं। हरैया सतघरवा के रामनगर निवासी युवा वैज्ञानिक आशुतोष पाठक ने बॉर्डर सुरक्षा व सड़क सुरक्षा प्रोजेक्ट बनाकर अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है। सदर ब्लॉक के पीलीभीत निवासी आकाश मिश्र ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फुटबाल प्रतियोगिता में अपना दम दिखाकर धमाल मचाया है। देश को मेडल दिलाने का जज्बा :

- मजबूत इरादों से खिलाड़ी शब्द को यथार्थ करने वाले दिव्यांग हर्षव‌र्द्धन मणि दीक्षित देश को मेडल दिलाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। स्पाइनल कॉर्ड इंजरी को 10 साल बीत गए, लेकिन उनका जोश व जज्बा आज भी बरकरार है।

पुर्तगाल में प्रस्तावित व‌र्ल्ड पैराबोसिया गेम्स 2020 में विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए वह डिस्कस थ्रो एवं क्लब थ्रो की प्रैक्टिस में जुटे हैं। हर्षव‌र्द्धन ने जालंधर में आयोजित पांच किलोमीटर व्हीलचेयर मैराथन व क्लब थ्रो गेम्स में उप्र की टीम का प्रतिनिधित्व कर रजत पदक हासिल किया।

इसके पूर्व चतुर्थ उप्र पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के डिस्कस थ्रो में दूसरा स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। अब तक यूपी के लिए 11 पदक हासिल कर चुका है। हर्षव‌र्द्धन के मुताबिक 30 मई 2009 को जिम्नास्टिक की प्रैक्टिस करते समय वह सर्वाइकल से पीड़ित हो गए थे। दिल्ली में ऑपरेशन के बाद चार साल तक इलाज चलने के बाद व्हीलचेयर पर बैठने लायक हुए।

घुसपैठ रोकने को बना डाला प्रोजेक्ट :

- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद रामनगर गांव निवासी युवा वैज्ञानिक आशुतोष पाठक ने घुसपैठियों की निगहबानी के लिए प्रोजेक्ट 'बॉर्डर सुरक्षा' तैयार किया। इसमें सेना के जवानों को सीमा पर आने-जाने वाले घुसपैठियों को दबोचने में मदद मिलेगी। प्रोजेक्ट में सीमा पर स्थित बंकर के रैंप के निकट टेलीस्कोप, सर्च लाइट व सायरन लगे होंगे। सीमा पर स्थित तार व रैंप के पास सेंसर लगाए जाएंगे। तार काटते ही बंकर की लाइट जलने के साथ सायरन बज उठेंगे। रैंप पर पहुंचते ही नीचे की ओर उसका फाटक खुल जाएगा। इससे एक्सेलरेटर के जरिए घुसपैठी सीधे सेना के निशाने पर पहुंच जाएंगे। 28 जनवरी 2016 को वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला गोरखपुर में असंगठित क्षेत्र के नवप्रवर्तकों के लिए आयोजित मंडल स्तरीय प्रदर्शनी में आशुतोष ने इस मॉडल का प्रदर्शन किया था। इसकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने सराहना की थी।

राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मचाया धमाल :

- सदर ब्लॉक के पीलीभीत गांव निवासी आकाश मिश्र ने फुटबाल जगत में राष्ट्रीय स्तर पर धमाल मचाकर जिले का नाम रोशन किया है। आइएसएल प्रतियोगिता में हैदराबाद टीम की ओर से खेलकर आकाश ने न सिर्फ अपनी क्षमता का लोहा मनवाया, बल्कि बलरामपुर के वजूद को भी पहचान दिलाई।

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