मौसम ने ली करवट, धान की फसल को नुकसान
अचानक मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को तेज धूप व उमस भरी गर्मी से राहत मिली है।
बलरामपुर :
अचानक मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को तेज धूप व उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। रविवार दोपहर 12 से आसमान में काले बादल छा गए। इसके बाद तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश से मौसम सुहावना हो गया, लेकिन शहर व ग्रामीण क्षेत्र में कई घंटे बिजली गुल रही। तेज आंधी व झमाझम बारिश के कारण किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खिच गई हैं। अरहर, धान व गन्ना की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। बारिश के कारण धान की फसल गिरने से उसके सड़ने की संभावना बढ़ गई है। इससे किसान मायूस हैं। सरयू नहर कालोनी में पीपल का पेड़ और बिजली खंभा गिरने से बिजली गुल है। जिले में कई स्थानों पर पेड़ गिरने की सूचना है।
धान की फसल गिरने से किसान चितित:
- तेज हवाओं के साथ बारिश होने से खेतों में लगी धान की फसल गिर गई है। ललिया, गैंसड़ी, हरैया सतघरवा, जरवा क्षेत्र में कई एकड़ धान की फसल गिर गई है। किसान अनंतराम व राजेश ने बताया कि हवा व बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। धान की पकी फसल गिरने से खराब हो गई। वहीं गन्ने की फसल गिरने से पैदावार में असर पड़ेगा। जरवा क्षेत्र के शिवकुमार, आनंदराम, विवेक, धर्म प्रकाश, दिलबहार, जमुना प्रसाद, सत्यनारायण व तरुण प्रकाश का कहना है कि धान काटकर खेत में छोड़ दिया था। बारिश के कारण फसल भीग गई। वहीं दूसरी तरफ बालापुर में लगे साप्ताहिक बाजार में तेज आंधी के कारण दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ।
आज भी बारिश की संभावना :
- पचपेड़वा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी डा. अंकित तिवारी ने बताया कि मानसून की विदाई के बाद भी वर्षा का दौर अभी थमा नहीं है। मौसम विज्ञान विभाग ने 18 अक्टूबर तक बलरामपुर व उसके आसपास क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। वर्षा होने से धान व अन्य फसलों पर भी प्रभाव पड़ेगा। फसलों के खराब होने, गिरने से बचाने के लिए किसान सतर्क रहें। फसलों की कटाई कर उसको सुरक्षित स्थानों पर रखने का प्रबंध कर लें।