दो दिन बैंक हड़ताल से प्रभावित हुआ डेढ़ अरब का लेनदेन

निजीकरण के विरोध में दूसरे दिन भी बैंक कर्मियों ने की हड़ताल पैसा निकालने को भटकते र

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Mar 2021 10:33 PM (IST) Updated:Tue, 16 Mar 2021 10:33 PM (IST)
दो दिन बैंक हड़ताल से प्रभावित हुआ डेढ़ अरब का लेनदेन
दो दिन बैंक हड़ताल से प्रभावित हुआ डेढ़ अरब का लेनदेन

निजीकरण के विरोध में दूसरे दिन भी बैंक कर्मियों ने की हड़ताल, पैसा निकालने को भटकते रहे खाताधारक

संवादसूत्र, बलरामपुर :

निजीकरण के विरोध में राष्ट्रीयकृत बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रही। बैंक कर्मियों ने निजीकरण के विरोध में नारेबाजी करते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। जिला मुख्यालय स्थित भारतीय स्टेट बैंक के सामने व भगवतीगंज चौराहा पर बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर मार्च निकाला। दो दिन हड़ताल के कारण जिले में करीब 150 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ है। उधर चार दिन लगातार बैंक बंद होने से खाताधारकों की परेशानी बढ़ गई है। एटीएम में भी कैश का टोटा होने से खाताधारक पैसे के लिए भटकते नजर आए।

इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष सीताराम यादव ने कहाकि बैंकों के निजीकरण की कार्रवाई रोकी जाए। सरकारी क्षेत्र के बैंकों को मजबूत किया जाए। लोन डिफाल्टर्स पर कड़ी कार्रवाई, बैंक में जमा राशि पर ब्याज दर में वृद्धि नियमित कामों की बैंकों में आउटसोर्सिंग रोकने, समुचित एवं पर्याप्त नई भर्ती करने, नई पेंशन योजना को रद कर पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग की। मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहाकि बैंकों में डीएसए संबंध पेंशन लागू किया जाए। सहकारी बैंक एवं ग्रामीण बैंकों को पुनर्जीवित कर मजबूत बनाने व बड़े कारपोरेट घरानों को बैंकिग लाइसेंस न दिए जाने की मांग की। संजय कुमार शुक्ल, चंदन, राजेश, संदीप, गुंजन केसरी, शशिकांत यादव, बृजेश कुमार, ज्ञानेश, मोहम्मद हारिस, तौहीद कमर, यशवंत, तनुश्री, ऋचा पांडेय, राजेश्वरी देवी मौजूद रहीं। कैश के लिए जूझते रहे :

-रामपुर निवासी राहुल पांडेय व अजीत पंजाब नेशनल बैंक के सामने खड़े मिले। कहाकि तीन दिन बाद पैसा निकालने आए थे। नहीं मालूम था कि हड़ताल है। अब बुधवार को बैंक से पैसा निकालना टेढ़ी खीर होगा। भारतीय स्टेट बैंक के सामने अमित कुमार, अयोध्या, अर्जुन प्रसाद ने बताया कि दवा कराने के लिए आए थे। एटीएम में भी पैसा नहीं मिल पा रहा है। हर एटीएम से दगा ही मिल रहा है। निजी बैंकों के एटीएम में भी नगदी नहीं मिल रहा है।

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