घट रहा नदी का जलस्तर, पुल का एप्रोच कटने का डर

चेतावनी बिदु से 35 सेंटीमीटर ऊपर बह रही राप्ती नदी कटान की जद में 20 एकड़ फसल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:24 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:11 AM (IST)
घट रहा नदी का जलस्तर, पुल का एप्रोच कटने का डर
घट रहा नदी का जलस्तर, पुल का एप्रोच कटने का डर

बलरामपुर : राप्ती नदी का जलस्तर घटने लगा है। नदी चेतावनी बिदु 103.620 से 35 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। तेजी से घट रहे जलस्तर से राप्ती नदी के तटवर्ती गांवों पर कटान का खतरा सताने लगा है। इससे ग्रामीणों की धुकधुकी बढ़ गई है। गौरा-उतरौला मार्ग स्थित पिपरा पुल के पास नदी तेजी से कटान कर रही है। करीब 20 एकड़ में लगी 25 किसानों के धान व गन्ने की फसल कटान की जद में है। पुल का एप्रोच मार्ग भी कटने की आशंका बढ़ गई है। बाढ़ खंड के अभियंता कटान रोकने की जुगत लगा रहे हैं, लेकिन नदी का बहाव नहीं रुक रहा है। फसल को लेकर बढ़ी किसानों की बेचैनी :

पिपरा पुल के पास राप्ती नदी की कटान से आसपास गांवों में कटान का खतरा बढ़ गया है। क्षेत्र के कोल्हुई गांव निवासी अखिलेश कुमार सिंह, शील कुमार पांडेय, लालमन, सुनील कुमार समेत 25 किसानों की धान व गन्ने की फसल नदी की धारा में बह गई है। किसानों का कहना है कि विधायक से कटानरोधी कार्य के लिए गुजारिश की गई थी। इस पर बाढ़ खंड के अभियंताओं ने पहुंचकर बांस-बल्ली लगवाई, लेकिन वह भी पानी में बह गया। अब हर पल किसान अपने खेतों की तरफ बढ़ती तबाही को देखकर बेचैन हैं। एप्रोच मार्ग पर खतरा :

पिपरा पुल का एप्रोच मार्ग कटान की जद में आने से कई गांवों का आवागमन प्रभावित होने की आशंका पैदा हो गई। गौरा-उतरौला मार्ग पर आसपास क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों के लोगों का आवागमन होता है। इसी मार्ग से पचपेड़वा, गैंसड़ी, तुलसीपुर के लोग उतरौला होते हुए अयोध्या तक सफर करते हैं। ------------------

बाढ़ खंड के अभियंताओं को कटानरोधी कार्य तेजी से कराने का निर्देश दिया गया है। बचाव के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी

chat bot
आपका साथी