आरक्षण बदलवाने को लगी कतार,आपत्तियां 500 के पार
प्रधान व जिला पंचायत सदस्य के आरक्षण पर उठ रहे सवाल एक गांव से 40 लोग दे रहे चुनौती
बलरामपुर : पंचायत चुनाव में प्रधान व जिला पंचायत सदस्य पद के आरक्षण को बदलवाने के लिए आपत्तियों का आंकड़ा 500 के पार पहुंच गया है। अनंतिम सूची में गांव का आरक्षण गलत होने का दावा करने वालों की लंबी कतार हो गई है। एक गांव से 10 से 40 लोग प्रशासन की प्रस्तावित सूची को चुनौती दे रहे हैं। आठ मार्च आपत्ति लेने की अंतिम तिथि है। अनुमान लगाया जा रहा है कि हजार से अधिक आपत्ति हो जाएगी। इनके निस्तारण को लेकर प्रशासन को भी काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
जिला पंचायत राज अधिकारी व ब्लाक कार्यालयों पर आपत्ति दर्ज कराने वालों का आना सुबह दस बजे से ही शुरू हो जाता है। तुलसीपुर विकास खंड के ग्राम देवनगर के शेषनरायन पांडेय, जसीन, पुजारी, अजमल, नाजिम, मुकीम व शिशिर समेत नौ लोगों ने अलग-अलग आपत्ति की है। इसमें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित करने पर सवाल उठाया गया है।
इसी तरह हर्रैया सतघरवा के अहलादनगर, गैंड़ासबुजुर्ग के मलमलिया, गैंसड़ी के सूरतसिंहडीह, जीतपुर, सदर ब्लाक के लालनगर, तुलसीपुर मुड़िला, मोतीपुर के आरक्षण पर सवाल उठाया है। इसमें जिला पंचायत व प्रधान पद के लिए दावा किया गया है।
नियमों के तहत ही जारी की गई अनंतिम सूची :
- जिलाधिकारी श्रुति का कहना है कि आपत्तियां ली जा रहीं हैं। सत्यापन के बाद निस्तारण कर अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाएगा। नियमों के तहत ही अनंतिम सूची जारी की गई है।
प्रयागराज से आएगी लेखन सामग्री :
- सहायक निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि निर्वाचन लेखन सामग्री लेने के लिए प्रभारी अधिकारी कृषि उप निदेशक प्रयागराज जाएंगे। परिणाम पंजिका समेत अन्य सामग्री वहां से लाई जाएगी।
200 लोगों को पाबंद करने की भेजी रिपोर्ट
बलरामपुर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह गंभीर है। अब तक दो सौ लोगों को चुनाव के लिए खतरा मानते हुए उन्हें भारी मुचलके पर पाबंद करने के लिए तीनों थानों से चालानी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी कोर्ट पर भेजी गई है। चुनाव में गड़बड़ी पैदा करने वाले लोगों को चिन्हित करने का काम अभी चल रहा है।
सीओ राधारमण सिंह ने बताया कि तहसील क्षेत्र के सभी 261 ग्राम सभाओं में एक ही चरण में चुनाव होने हैं। चुनाव के दौरान हिसा, बूथ कैप्चरिग न होने पाए इसके मद्देनजर सभी एहतियात के तरीके अपनाए जा रहे हैं। लाइसेंसी असलहे जमा करने का निर्देश दिया जा चुका है। सभी चौकी प्रभारियों को अवैध शराब के कारोबार पर सतर्क दृष्टि रखकर प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। गांवों में बाहरी व्यक्तियों, आपराधिक छवि के लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ग्राम सुरक्षा समितियों को जिम्मेदारी दी गई है।