लुढ़का पारा बढ़ी गलन, बचाव के नहीं जतन
अधिकतम 19 व न्यूनतम पांच डिग्री सेल्सियस पहुंचा पारा ठंड से बचाव को अलाव का सहारा
बलरामपुर : मौसम का मिजाज जिले में लगातार बदल रहा है। बुधवार को भोर से ही घना कोहरा व बदली छाई रही। धूप न निकलने के कारण लोग ठिठुरते दिखे। वहीं, दिनभर बर्फीली हवाएं चलने से गलन बरकरार रही। सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी रूम हीटर व अस्पतालों में तीमारदार अलाव तापते दिखे। तापमान अधिकतम 19 व न्यूनतम पांच डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
दूसरी तरफ कोहरा व बदली छाने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। हालांकि पाला के प्रकोप से आलू में झुलसा रोग होने की चिता किसानों को सताने लगी है। उधर शहरी इलाके के गरीबों को कंबल वितरण नहीं हो सका है। कृषि विज्ञान केंद्र पचपेड़वा के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अंकित तिवारी का कहना है कि गुरुवार को भी कोहरा व बदरी छाई रहेगी। बर्फीली हवाएं चलने से गलन बढ़ने की संभावना है।
- जनवरी का पहला पखवाड़ा खत्म होते-होते ठंड ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। बुधवार अब तक का सबसे ठंडा दिन साबित हुआ। बर्फीली हवाएं चलने के कारण लोग ठंड से बचाव के लिए ब्लोअर, हीटर और अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए। वहीं, कोहरे के कारण लोग वाहनों की हेडलाइट जलाकर आवागमन करते रहे। ठंड के चलते बच्चे भी दिनभर घरों में कैद रहे। सार्वजनिक स्थानों, चौराहों व अस्पतालों में लोग अलाव जलाकर ठंड से निजात पाने की जुगत करते रहे।
रैन बसेरा में सुविधाएं नदारद :
- नगर स्थित रोडवेज बस स्टेशन पर बने अस्थाई रैन बसेरा में सुविधाओं की कमी यात्रियों को अखर रही है। प्रतीक्षालय के बरामदे में टेंट के पर्दे लगाकर कुछ रजाई-गद्दे डाल दिए गए हैं, जो सर्द हवाओं को रोकने में नाकाफी साबित हो रहे हैं। यात्री मनोज कुमार, रामराज, मनीष ने बताया कि बस स्टेशन के मुख्य द्वार पर अलाव के सहारे रात काटनी पड़ती है।
जलवाए जा रहे अलाव :
- अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि तीनों तहसीलों में ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरण किया जा रहा है। सभी तहसीलदार व क्षेत्राधिकारियों को रात में भ्रमणकर जरूरतमंदों का हाल जानने के निर्देश दिए गए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलवाए जा रहे हैं।