कार्यशाला में बताया संस्कृत भाषा का महत्व
बलरामपुर : उप्र संस्कृत संस्थान लखनऊ एवं राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त तत्वाव
बलरामपुर : उप्र संस्कृत संस्थान लखनऊ एवं राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त तत्वावधान में पांच दिवसीय संस्कृत वाग व्यवहार कार्यशाला का उद्घाटन सोमवार को डायट में हुआ। कार्यशाला का शुभारंभ डायट उप प्राचार्य विनय मोहन ने दीप प्रज्वलित कर किया। कहाकि संस्कृत समस्त भाषाओं की जननी है। संस्कृत भाषा से ही हमारे संस्कार व जीवन मूल्यों की रक्षा हो सकती है। यज्ञ नारायण पांडेय, शिवप्रताप मिश्र, दिवाकर पांडेय,
बृजेश कुमार, कनकलता, चंद्रमणि मिश्र मौजूद रहे।