राप्ती नदी की कटान से सायडीह पर बढ़ा खतरा

जासं बलरामपुर जलस्तर कम होते ही राप्ती नदी ने कटान तेज कर दी है। सदर ब्लाक के बलरामपुर कटान रोकने के लिए अब तक नहीं हुआ कोई प्रयास ग्रामीणों में आक्रोश।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 11:10 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 11:10 PM (IST)
राप्ती नदी की कटान से सायडीह पर बढ़ा खतरा
राप्ती नदी की कटान से सायडीह पर बढ़ा खतरा

जासं, बलरामपुर : जलस्तर कम होते ही राप्ती नदी ने कटान तेज कर दी है। सदर ब्लाक के सायडीह गांव को जाने वाली सड़क आधी कट गई है। नदी गांव की तरफ तेजी से बढ़ रही है। अब तक कटान रोकने के लिए कोई कार्य नहीं शुरू किया गया है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है।

राप्ती नदी कई स्थानों पर कटान कर रही है। नदी में पानी कम होने पर कटान तेज हो गई है। घाट से सायडीह गांव को जोड़ने वाली पक्की सड़क को काटते हुए नदी गांव की तरफ तेजी से बढ़ रही है। करीब 300 मीटर लंबाई में सड़क कट चुकी है। इस सड़क से महादेव गौरी, गुजरपुरवा, सुल्तानडिहवा, मूड़ाडीह समेत 12 गांव के 20 हजार से अधिक लोगों का आवागमन है। सड़क के कटते ही गांव नदी की धारा में समा जाएगा। गांव के लाखन सिंह, शिवप्रसाद, दुर्गा, चिनमुन व सुकई ने बताया कि बलरामपुर से गांव तक आवागमन के लिए यही मुख्य मार्ग है। नाव से नदी पार कर लोग गांव पहुंचते हैं। आधी सड़क कट गई है। यदि समय रहते कटान रोकने के लिए कदम नहीं उठाया गया तो गांव का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा। गांव को बचाने के लिए बाढ़ खंड के अधिकारियों से भी गोहार लगाई गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने सदर विधायक पल्टूराम से भी मुलाकात कर गांव बचाने के लिए कटान रोधी कार्य कराने की मांग की। विधायक ने गांव को बचाने के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। यहां पूरा हुआ कटान रोधी कार्य :

- भोजपुर-शाहपुर तटबंध के जेनुका गांव में कटान रोधी कार्य पूरा करने का दावा किया जा रहा है। ग्राम रामनगर के निकट भी कटान से बचाव का कार्य किया गया है। बलरामपुर- भड़रिया तटबंध पर ग्राम कोड़रवा के निकट कटान निरोधक कार्य अंतिम दौर में हैं।

आकलन कर की जाएगी बजट की मांग :

अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड जेके लाल का कहना है कि कुछ स्थानों पर कटान रोधी कार्य चल रहा है। सायडीह गांव को बचाने के लिए आकलन कर बजट की मांग की जाएगी।

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