बायोसेफ्टी लैब-2 की मिली सुविधा, 121 उपकेंद्रों का शिलान्यास
अब जिले में होगी आरटीपीसीआर जांच एएनएम सेंटर को मिला अपना भवन
बलरामपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ से जिले के बहु प्रतीक्षित बायोसेफ्टी लैब-2 का लोकार्पण व 121 उप स्वास्थ्य केंद्रों का शिलान्यास किया। लैब-2 शुरू होने से आरटीपीसीआर जांच में तेजी जाएगी। एएनएम सेंटर निर्माण से मातृ स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी।
जिले में अब तक एंटीजन और ट्रू-नाट जांच की सुविधा ही थी। आरटीपीसीआर जांच तो थी, लेकिन उसके नमूने केजीएमयू लखनऊ भेजा जाता था। वहां से जांच रिपोर्ट आने में दो दिन लग जाते थे। इतना ही नहीं कभी-कभी तो नमूने खराब भी हो जाते थे। इससे पुन: जाकर नमूने लेने पड़ते थे। इस परेशानी को देखते हुए जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में 10.57 लाख रुपये की लागत से बायोसेफ्टी लैब-2 का निर्माण किया गया है। यहां एक बार में 200 नमूनों की आरटीपीसीआर जांच होगी जिसकी रिपोर्ट तुरंत मिल जाएगी। दिन भर में कई शिफ्टों में करीब डेढ़ हजार लोगों की जांच की जा सकेगी। रिपोर्ट दिन भर में मिलने से आरटीपीसीआर जांच में तेजी आएगी जिससे संक्रमण का पता आसानी से लगाया जा सकेगा।
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 15 बायोसेफ्टी लैब का लोकार्पण किया। जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. प्रवीण श्रीवास्तव ने फीता काटकर लैब का लोकार्पण किया। हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. एनके बाजपेयी, क्वालिटी मैनेजर रुचि पांडेय, डा. अरविद यादव मौजूद रहे।
121 उप स्वास्थ्य केंद्रों का हुआ शिलान्यास:
121 उप स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण को भी हरी झंडी मिल गई। सीएम ने जिले के 121 समेत प्रदेश के पांच हजार एएनएम उपकेंद्रों का लखनऊ से ही शिलान्यास कर दिया। पिछले दिन इन केंद्रों का संचालन किराये के भवनों में शुरू हुआ है। जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव भेजा गया था। कार्यालय में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देख रहे मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुशील कुमार ने बताया कि बायोसेफ्टी लैब-2 का लोकार्पण व 121 एएनएम केंद्र बनने के बाद स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होगी। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीपी सिंह, डा. एके सिघल, डा. एसके श्रीवास्तव, डीपीएम शिवेंद्र मणि त्रिपाठी मौजूद रहे।