शोषण से परेशान संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का प्रदर्शन जारी

लगातार ड्यूटी व शोषण से परेशान हैं कर्मी 30 नवंबर से चल रही हड़ताल अस्पतालों पर धरना देकर सौंप रहे ज्ञापन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 09:21 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 09:21 PM (IST)
शोषण से परेशान संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का प्रदर्शन जारी
शोषण से परेशान संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का प्रदर्शन जारी

बलरामपुर: लगातार ड्यूटी व शोषण से परेशान संविदा स्वास्थ्य कर्मी चौथे दिन भी हड़ताल पर रहे। शनिवार को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर संविदा कर्मियों ने कार्य बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन किया। मांगों का ज्ञापन अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व संबंधित अधीक्षकों को सौंपा।

कर्मियों ने आउट सोर्सिग कर्मियों को जिला व राज्य स्वास्थ्य समिति में समायोजित करने समेत अन्य मांगें न मानी जाने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। उप्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मी 30 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिलाध्यक्ष अविनाश विक्रम सिंह व जिला महामंत्री अभिषेक तिवारी की अगुवाई में पदाधिकारियों ने शनिवार को सात सूत्री मांगों का ज्ञापन अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीपी सिंह को सौंपा।

डीपीएम शिवेंद्र मणि त्रिपाठी, डा. मोहित श्रीवास्तव, डा. अमरेंद्र कुमार, डा. हरिकांत, विनय द्विवेदी, विनय तिवारी, आशीष यादव, रूपेश मृदगल, राकेश, ज्ञानेश्वर दयाल, नरेंद्र कुमार शामिल रहे। चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने पर सोमवार से सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचपेड़वा में डा. सुल्ताना, डा. सफीउल्लाह, डा. मोहम्मद रईस, डा. अमित कुमार पांडेय, नरेंद्र, स्मृति, बबिता, अशोक कुमार ने अपनी मांगों का ज्ञापन पचपेड़वा सीएचसी अधीक्षक डा. मिथिलेश कुमार को सौंपा।

वहीं, उतरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डा. अताउल्ला खान, डा. शालिनी मिश्र, डा. अमरेंद्र, प्रीति सिंह, अनुपमा, ऋचा, सुनीता, मनीष शर्मा, माधुरी, कुसुम, प्रियंका समेत अन्य कर्मियों ने विरोध में जताया।

ये हैं प्रमुख मांग:

स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउट सोर्सिग कर्मियों को जिला स्वास्थ्य समिति व राज्य स्वास्थ्य समिति के तहत समायोजित किया जाय। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की नौकरी स्थाई की जाए। सातवें वेतनमान का लाभ व जाब सिक्योरिटी देने, विभाग में रिक्त पदों पर गैर जनपद स्थानांतरण करने, बीमा पालिसी लागू कर संविदा कर्मियों को भी स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने, गोल्डन कार्ड बनाने, आशा बहुओं का मानदेय निर्धारित करने की प्रमुख मांगें हैं।

chat bot
आपका साथी