एएनएम दीदी रखेंगी ख्याल, मुस्कुराएंगे भारत-नेपाल
तीन उपकेंद्रों के निर्माण से बेहतर होंगी स्वास्थ्य सेवाएं रजवापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बनेगा डाक्टर आवास
पवन मिश्र, बलरामपुर:
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित तीन एएनएम सेंटर के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। शिवपुरा के चौधरीडीह, महादेव बांकी व गैंसड़ी के मुतेहरा में उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए 24-24 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। बार्डर एरिया डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत सीमावर्ती क्षेत्र में तीनों एएनएम सेंटर बनने के बाद यहां तैनात एएनएम दीदी भारत ही नहीं नेपाल की महिलाओं को भी सुरक्षित मातृत्व की जानकारी देंगी।
कारण दो देशों के बीच रोटी-बेटी का संबंध होने के कारण वहां से महिलाएं यहां मायके व ससुराल आती है। साथ ही वहां से अधिक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं होने के कारण वह प्रसव यहीं कराना उचित समझती हैं। अब जब गांव में ही एएनएम दीदी की देखरेख में प्रसव व जच्चा-बच्चा की देखभाल होगी, तो पोषण की थपकी पाकर दोनों देशों के नौनिहाल भी खिलखिलाएंगे। इससे दोंनों देशों के घरों में खुशहाली आएगी।
दो लाख से अधिक आबादी होगी लाभान्वित:
-एएनएम सेंटरों के निर्माण के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रजवापुर में डाक्टर व फार्मासिस्ट आवास की भी स्वीकृति मिली है। इसके लिए 50 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। सीएमओ कार्यालय के अवर अभियंता आरएम मौर्य ने बताया कि तीन एएनएम सेंटर व रजवापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व फार्माससिस्ट आवास निर्माण के लिए कार्यदायी संस्थाओं को बजट की पहली किस्त अवमुक्त कर दी गई है। तीनों एएनएम सेंटर के निर्माण, फार्मासिस्ट व चिकित्सक आवास निर्माण से बार्डर के किनारे बसे गांवों की दो लाख से अधिक आबादी को फायदा मिलेगा।
रात में भी मिलेगा इलाज:
-मुख्य चिकित्साधिकारी डा.सुशील कुमार ने बताया कि रजवापुर में चिकित्सक व फार्मासिस्ट आवास बनने के बाद वहां रात में भी मरीजों को उचित इलाज मिलेगा। साथ ही सीमावर्ती गांवों के बीच तीन एएनएम सेंटरों निर्माण से सीमावर्ती क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होने की उम्मीद है।