मूल तैनाती पर लौटे डाक्टर, जिला अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ी

सीएमओ ने सभी चिकित्संकों की संबद्धता समाप्त करते हुए उन्हें मूल तैनाती पर भेज दिया है। ऐसे में जिला अस्पतालों में इलाज की स्थिति अब वेंटीलेटर पर पहुंच गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Jun 2021 12:15 AM (IST) Updated:Sat, 26 Jun 2021 12:15 AM (IST)
मूल तैनाती पर लौटे डाक्टर, जिला अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ी
मूल तैनाती पर लौटे डाक्टर, जिला अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ी

बलरामपुर : स्वास्थ्य मंत्री के संबद्धता खत्म करने के फरमान ने जिला अस्पतालों की टीस बढ़ा दी है। डाक्टरों व कर्मियों की संबद्धता के सहारे चल रहे तीनों जिला अस्पतालों में समस्याएं बढ़ गई हैं। आपातकालीन, प्रसव व सर्जरी समेत अन्य चिकित्सा सेवाएं बंद होने के कगार पर पहुंच गई हैं। ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सकों के अभाव के चलते कई अस्पताल बंद हैं। कहीं फार्मासिस्ट तो कहीं वार्ड ब्वाय अस्पताल चला रहे हैं। ऐसे में यहां मरीज आते ही रेफर का पर्चा थमा दिया जाता है।

हाल में सीएमओ ने सभी चिकित्संकों की संबद्धता समाप्त करते हुए उन्हें मूल तैनाती पर भेज दिया है। ऐसे में जिला अस्पतालों में इलाज की स्थिति अब वेंटीलेटर पर पहुंच गई है। प्रस्तुत है पवन मिश्र की रिपोर्ट :

मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन तैनाती पर एक नजर : पद स्वीकृत तैनाती

डाक्टर -129 - 102

फार्मासिस्ट -68 - 58

लैबटेक्नीशियन - 19 - 13

एएनएम - 238 - 105 जिला संयुक्त अस्पताल : पद स्वीकृत तैनाती

डाक्टर - 32 - 9

स्टाफ नर्स - 14 - 4 मेमोरियल जिला अस्पताल :

पद - स्वीकृत तैनाती डाक्टर - 25 - 10

स्टाफ नर्स - 12 - 00

फार्मासिस्ट - छह - चार शुरू होंगे गांव के डाक्टर विहीन अस्पताल : सीएमओ डा. विजय बहादुर सिंह का कहना है कि सभी संबद्ध चिकित्सकों को मूल तैनाती पर भेज दिया गया है। इससे बंद ग्रामीण क्षेत्र के कई अस्पताल संचालित हो जाएगें। गांवों के लोगों का वहीं इलाज की सुविधा मिलेगी।

वेंटीलेटर पर पहुंची जिला संयुक्त अस्पताल की सेवाएं : संयुक्त जिला अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं खराब हो गई है। मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. नानक सरन ने बताया कि 32 के सापेक्ष सिर्फ आठ चिकित्सक बचे हैं। निश्चेतक न होने से आपरेशन बाधित है। महिला चिकित्सक, फिजीशियन व चेस्ट फिजीशयन के अभाव से मरीज बैरंग लौट रहे हैं। महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, डीजी, एडी, जिलाधिकारी को सेवाएं प्रभावित होने की सूचना दी है।

मेमोरियल में एक भी नहीं नर्स : चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की किल्लत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला मेमोरियल अस्पताल में एक भी स्थाई स्टाफ नर्स नहीं बची है। स्वीकृत 12 पदों में सब खाली हैं। संविदा नर्सों के सहारे किसी तरह से इलाज हो रहा है। सीएमएस डा. एके श्रीवास्तव ने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से नर्सों की तैनाती की मांग की है।

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