संकोच छोड़ महिलाएं भी करेंगी मन की बात
संवादसूत्र बलरामपुर लोकलाज व संकोच के तले दबकर अपना दर्द न कह पाने वाली महिलाओं के लिए नई पहल की गई है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत के जिला मेमोरियल अस्पताल में खुले मन कक्ष में हेल्पलाइन सेवा को सक्रिय करने के साथ ही महिलाओं के लिए नई व्यवस्था की गई है। अब महिलाएं हेल्पलाइन नंबर
श्लोक मिश्र, बलरामपुर : जिले की महिलाओं को अब अपनी समस्या को मन में दबाने की जरूरत नहीं हैं। वे बिना संकोच के महिला काउंसलर से अपनी पीड़ा बयां कर पाएंगी। दरअसल अस्पताल में पुरुष चिकित्सक के होने से महिलाएं अपनी बात को साझा नहीं कर पाती थीं। जिससे वह अवसाद में आकर मनोरोग का शिकार हो रहीं हैं। अब ऐसी महिलाएं मन कक्ष में अपनी बात महिला काउंसलर को बता सकेंगी।
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत के जिला मेमोरियल अस्पताल में खुले मन कक्ष में हेल्पलाइन सेवा को सक्रिय करने के साथ ही महिलाओं के लिए नई व्यवस्था की गई है। अब महिलाएं हेल्पलाइन नंबर 8874412546 के साथ ही माह के पहले व तीसरे शुक्रवार को मन कक्ष में जाकर भी अपनी समस्या का समाधान पा सकेंगी। इससे जिले की करीब 11 लाख महिलाओं को फायदा मिल सकेगा।
संकोच दूर करने के लिए हुई पहल : घर का कामकाज हो, पढ़ाई या नौकरी, महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर रहीं हैं। खानपान पर ध्यान न देने व बढ़ती जिम्मेदारियों के चलते उनमें तनाव की स्थिति बनी रहती है। साथ ही कई ऐसी समस्याएं हैं जो वह अपने पति व परिवारजन से नहीं कह पाती हैं। ऐसे में उसकी परेशानी बढ़ती जाती है, जिससे वह धीरे-धीरे वह मनोरोग का शिकार हो जाती हैं। कई बार अवसाद ग्रस्त होकर तनाव में बड़ा कदम उठा लेती हैं। ऐसे में वह खुलकर अपनी परेशानी फोन व अस्पताल में साझा कर सकें, इसके लिए नई व्यवस्था की गई है।
इस संबंध में मनोवैज्ञानिक चिकित्सक डॉ. अशोक कुमार पटेल ने बताया कि जिला मेमोरियल अस्पताल के मानसिक रोग विभाग में मन कक्ष का हेल्पलाइन नंबर 8874412546 सक्रिय है। अक्सर महिलाएं पुरुष काउंसलर को देखकर बिना अपनी बात कहे लौट जाती हैं। इसी परेशानी को देखते हुए अब हर माह के पहले व तीसरे शुक्रवार को महिला काउंसलर की ड्यूटी लगाई जाएगी। छह दिसंबर से यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी।