समितियों पर ताले किसानों की मुसीबत बढ़ी

बलरामपुर : साधन सहकारी समितियों में ताले लटक रहे हैं। किसान खाद व बीज के लिए दौड़ लग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 09:49 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 09:49 PM (IST)
समितियों पर ताले किसानों की मुसीबत बढ़ी
समितियों पर ताले किसानों की मुसीबत बढ़ी

बलरामपुर : साधन सहकारी समितियों में ताले लटक रहे हैं। किसान खाद व बीज के लिए दौड़ लगा रहे हैं, लेकिन उनके दर्द सुनने वाला कोई नहीं है। अफसरों के निर्देश भी कर्मियों के लिए कोई मायने नहीं रख रहे हैं। जबकि शासन से समितियों के संचालन के लिए पांच-पांच लाख रुपये की धनराशि मुहैया कराई जा चुकी है। जिससे बंद साधन सहकारी समिति को संचालित किया जा सके। सहकारी समिति के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर एक नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिसके कारण समितियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। धान की फसल नहीं बिक रही है। गेहूं की बोआई पिछड़ने लगी है। ²श्य एक : साधन सहकारी समिति ललिया में एक वर्ष से समिति पर खाद-बीज नहीं आ सकी है। किसान फसलों को बोने के लिए खाद महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। कृष्ण कुमार, छोटे व गुड्डू ने बताया एक वर्ष से साधन सहकारी समिति पर सामान नहीं आ सका है।

²श्य दो : साधन सहकारी समिति सरकहवा में दो वर्ष से खाद नहीं है। प्रेम कुमार, सर्वजीत व छोटकऊ ने बताया कि समिति में खाद न आने से उन लोगों को निजी दुकानों से खाद-बीज खरीदनी पड़ रही है। जिससे उन लोगों की जेब कट रही है।

²श्य तीन : साधन सहकारी समिति कमदीखुर्द का चार वर्ष से ताला ही नहीं खुला। रविन्द्र जायसवाल, अशोक कुमार व बड़कऊ ने बताया कि समिति पर खाद न आने से उन लोगों को मुख्यालय की दूरी तय करनी पड़ती है। जिससे सारा दिन खराब हो जाता है। रबी की बोआई शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक खाद-बीज समितियों पर नहीं पहुंच सका है।

कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से दिक्कतें हो रही है। समितियों का संचालन शुरू न करने वाले कर्मियों को चेतावनी दी है। शीघ्र ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। -अरुण कुमार शुक्ल, अपर जिलाधिकारी

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