थमा राप्ती नदी का जलस्तर, कटान तेज

जागरण टीम बलरामपुर जिले में बाढ़ घटने के साथ ही राप्ती नदी की कटान तेज हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:26 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:26 PM (IST)
थमा राप्ती नदी का जलस्तर, कटान तेज
थमा राप्ती नदी का जलस्तर, कटान तेज

जागरण टीम, बलरामपुर :

जिले में बाढ़ घटने के साथ ही राप्ती नदी की कटान तेज हो गई है। मंगलवार को नदी का जलस्तर 103.020 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 1.60 मीटर नीचे नदी है। नदी स्थिर है। राप्ती की कटान से तटवर्ती गांवों में रहने वाले ग्रामीणों की धुकधुकी बढ़ गई है। जिले के 35 स्थानों पर बाढ़ खंड के अधिकारी कटानरोधी कार्य कराने का दावा कर रहे हैं। फिर भी नदी किसानों की कृषि योग्य भूमि निगल रही है। उतरौला क्षेत्र के परसौना, गोनकोट, सदर ब्लाक के करमहना भोजपुर, नौबस्ता, रजवापुर, भोजपुर शाहपुर तटबंध पर कराए गए कार्य नाकाफी हैं। इससे ग्रामीणों की धुकधुकी बढ़ गई है। यहां कटान निरोधक कार्य का दावा :

-राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद कटान को रोकने के लिए बाढ़ खंड ने प्रयास शुरू करने का दावा किया है। पूर्व में ही संवेदनशील कटान बिदुओं को चिन्हित किया जा चुका है। राप्ती नदी के तट पर बसे ग्राम लालनगर, गोनकोट, बौड़िहार, परसौना में तटबंध व आबादी की सुरक्षा के लिए कटान निरोधक कार्य कराया जा रहा है। अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड जेके लाल ने बताया कि राप्ती नदी के संवेदनशील कटान बिदुओं की निरंतर निगरानी की जा रही है। नदी कटान को रोकने के लिए कटान निरोधक कार्यों का निरीक्षण भी किया जा रहा है। एसडीआरएफ ने दिया प्रशिक्षण :

-हरैया सतघरवा : राज्य आपदा मोचन बल की ओर से क्षेत्र के मोतीपुर गोसाईं गांव में प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। एसडीआरएफ टीम ने ग्रामीणों को बाढ़ से निपटने, तत्काल राहत पहुंचाने, सर्प काटने, इमारत ढहने से दबे हुए लोगों को बचाव के लिए प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण प्रभारी एसडीआरएफ श्याम बाबू ने उपस्थित लोगों को राहत एवं बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रभारी निरीक्षक हरैया सत्येंद्र बहादुर सिंह, एसडीआरएफ के राहुल चौरसिया, ऋषि कुमार, अमित कुमार, अमरजीत यादव, दिलीप कुमार, दुर्गेश कुमार चौहान तथा प्रधान प्रतिनिधि भोला वर्मा, दीप नारायण वर्मा, सुमित मौजूद रहे।

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